जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- रायपुर: राजधानी रायपुर में आज दिनांक 14/10 /2021 दिन मंगलवार को भारतीय बौद्ध महासभा जिला इकाई रायपुर छत्तीसगढ़ के द्वारा डॉ. बाबासाहेब रामजी अंबेडकर के प्रतिमा परिसर अंबेडकर चौक रायपुर में धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया। धम्मचक्र अनुर्वतन दिवस 14 अक्टूबर धम्म दीक्षा दिवस के अवसर पर प्रात:8 : 30 बजे डाँ बाबासाहब आम्बेडकर के प्रतिमा के समक्ष भीम सैनिकों ने सलामी दिया.
डॉ बाबासाहेब आंबेडकर ने आज ही के दिन 1956 में नागपुर पांच लाख से ज्यादा अनुआई के समक्ष बौद्ध धर्म को स्वीकार किया था | इसी दिन के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष लाखों अनुयाई दीक्षाभूमि नागपुर में एकत्रित होते हैं एवं पूरे भारतवर्ष में अंबेडकरवादी एवं बौद्ध धर्म के अनुयाई धम्म चक्र प्रवर्तक दिवस के रूप में मनाते हैं।
इसी बीच धम्म चक्र परिवर्तन के अवसर पर छत्तीसगढ़ के पेरियार, बुद्ध धम्म के प्रचार आयु. नंद कुमार बघेल जी ने बच्चों के साथ नीले झंडे को फहराया और वंदन किया , सभी उपस्थित उपासक उपासिकाएं को तथागत बुद्ध की प्रतिमा स्थल गांधी उद्यान के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर त्रिशरण पंचशील धम्म मित्र आयु. रवि बौद्ध जी ने कराया, इस अवसर पर आयु. के एस. यादव, आयु. शुशीला भिमटे, आयु. डाँ कल्पना सुखदेवे, आयु. संतोष साहू, आयु. वंसत निकोसे, जी ने धम्मचक्र प्रर्वतन दिवस पर अपनी बात रखी, अध्यक्षता आयु. नंदकुमार बघेल जी ने किया कार्यक्रम का संचालन आयु. सुनिल गणवीर ने किया।
इस अवसर पर आयु. मिलिंद माटे, आयु. रवि बौद्ध, आयु. भूमिका सुनिल बौद्ध, आयु. कल्पना अनिल बंसोड़, आयु. सुशीला जे. आर. भिमटे, जी ने बुद्ध भीम गीत गाये। कार्यक्रम के समापन पर खीर वितरण भी किया गया।
जिसमें मुख्य अतिथि डॉक्टर ईश्वरदान आशिया (पूर्व उप महानिदेशक भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण) उपस्थित थे उन्होंने बाबासाहेब के मूल मंत्र को बताया उन्होंने कहा बाबा साहेब का बौद्ध धर्म स्वीकार करने का मुख्य कारण था बौद्ध धर्म का समतामूलक होना, मानवतावादी धर्म की स्थापना, आज के समय में सभी समाज वर्ग को मानवता के लिए आगे आना होगा तभी मानव का कल्याण है .
भारतीय बौद्ध महासभा का उद्देश्य है, भारतीय बौद्ध महासभा के जिला अध्यक्ष प्रकाश रामटेके ने कहा धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस सभी बौध्द अनुयायीयों को एकजुटता दिखाकर भव्य कार्यक्रम करना चाहिए ताकी इसका संदेश जन-जन तक पहूच सके धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस बौध्दो का त्योहार बताये,एव्ं प्रमोद वासनिक जी, बी,ए,गजभिए जी,रतन डोंगरे जी, करूणा वासनिक जी ने अपने अपने विचार रखे और कार्यक्रम का आभार व्यक्त किये।
इस धम्मचक्र परिवर्तन दिवस के कार्यक्रम में प्रमुख उपस्थिति ऑल इंडिया समता सैनिक दल,भारतीय बौद्ध महासभा छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष आयु रतन गोंडाने, महासचिव - संजय गजघाटे ( BSI) महासचिव - शशांक ढाबरे ( AISSD) कोषाध्यक्ष - आयु. भारती अनिल टेम्भेकर,( BSI), आयु. के. आर. उके, आयु. उषा उके, आयु. दीपक बंसोड़, आयु. अशोक गेडाम, आयु. डाँ. कल्पना सुखदेवे ,आयु. नंदा गजघाटे, इंजि वसत निकोसे, आयु. सुधा निकोसे, आयु. सविता बौद्ध, आयु. एन के बोरकर, आयु. मिलिंद माटे, आयु. मंजूषा माटे, आयु. अलका बोरकर, आयु. महेश बोरकर, आयु. रवि बौद्ध, आयु. निशांत बौद्ध, आयु. अविनाश थूल, आयु. नूतन ढाबरे, आयु. टिना ढाबरे, आयु अर्हत ढाबरे, आयु. शांतनु थूल, आयु. कनिष्क ढाबरे, आयु. कल्पना बंसोड़, आयु अनिल बंसोड़, आयु. लोकेश मेश्राम जिला महासचिव विजय गजघाटे, आयु. दिलीप वासनिकर जी, इंजि.बिम्बीसार जी.सुरेन्द्र गोंडाने, बेनीराम गायकवाड, जयश्री खोब्रागड़े. मोतीमाला कोल्हेकर.श्रीमती मालती मिश्रा.संध्या बडोले. सविता अंबादे. सुनंदा बघेल, ऊषा धारगावे. हेमू मेश्राम, अधिवक्ता ज्ञानेश्वर बावनगडे़ , सुरेंद्र कोल्हेकर, प्रमोद वैद्य. मदनलाल मेश्राम. दिलीप टैंभूरने, मकरंद घोड़ेस्वार , मनोहर घोड़ीचोर, शेखर बागड़े. मिलिंद मेश्राम , राजेश धारगावे,प्रेमलाल बन्सोड़, कुशाल टेम्भेकर, अलका बोरकर, नरेंद्र बोरकर, प्रमोद वासनिक राजू उके, विलास मेश्राम.सचिन गजभिए.हरिश रामटेके. वसंत निकोसे. लेखराम बंजारे. गौर जी. प्रमोद घरडे. रजनी घरडे.हेमराज डोंगरे. आशिष डोंगरे ,भोजराज गौरखेड़े एवं समाज के अनेक वार्ड से गणमान्य नागरिक एवं भारतीय बौद्ध महासभा के पदाधिकारी सदस्यगण उपस्थित थे।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में वार्ड पार्षद नीलम नीलकंठ जगत जी भी शामिल हुये।