समाधान शिविर में एक ही दिन में लगभग पांच हजार से अधिक लोगों को विभिन्न सेवाओं का मिला

छत्तीसगढ़

Update: 2022-03-14 16:13 GMT

कोरबा। सरकार तुंहर द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत अजगरबहार में वृहद समाधान शिविर आयोजित किया गया। इस शिविर में एक ही दिन में लगभग पांच हजार से अधिक लोगों को फौती, नामांतरण, राशन कार्ड, पेंशन, दिव्यांगता प्रमाण पत्र आदि शिविर स्थल में ही बनाकर ग्रामीणों को दी गई। समाधान शिविर के माध्यम से ग्रामीणों के राशन, पंेंशन, मजदूर कार्ड आदि से संबंधित लंबित प्रकरणों का तत्काल निराकरण किया गया। शिविर के पहले नागरिकोे से उनकी समस्याओं से संबंधित आवेदन लिए गए थे।

आवेदनों के निराकरण पश्चात सेवाओं के दस्तावेजों को शिविर स्थल में ही ग्रामीणों को दिए गए। समाधान शिविर में अजगरबहार क्लस्टर के अंतर्गत 19 ग्राम पंचायतों के नागरिक सेवाओं का लाभ लिए। शिविर में 22 विभागों द्वारा विभिन्न प्रकार की सेवाएं उपलब्ध कराई गई। शिविर स्थल में राजस्व विभाग के अंतर्गत मुआवजा प्रकरण, वनाधिकार पट्टे का वितरण, फौती नामांतरण, किसान किताब, सीमांकन एवं डिजिटल हस्ताक्षरित बी-1 वितरण आदि 1327 प्रकरणों का निराकरण किया गया। जिला पंचायत मनरेगा के अंतर्गत 531 हितग्राहियों का जॉब कार्ड बनाकर दिया गया।

7 महिलाओं को मातृत्व भत्ता दिया गया। इसी प्रकार स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत 64 हितग्राहियों को शौचालय निर्माण प्रोत्साहन राशि दी गई है। समाज कल्याण विभाग द्वारा 468 हितग्राहियों को दिव्यांग उपकरण, पेंशन, जन्म - मृत्यु प्रमाण पत्र एवं दिव्यांग सहायता योजना अंतर्गत लाभान्वित किया गया। खाद्य विभाग अंतर्गत 489 हितग्राहियों के नवीन राशन कार्ड, राशन कार्ड में संशोधन एवं दिव्यांग, बुजुर्गों का राशन कार्ड निर्माण किया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 81 दिव्यांगता प्रमाण पत्र, 589 हितग्राहियों को सुरक्षा योजना अंतर्गत प्रोत्साहन राशि वितरण किया गया। साथ ही गंभीर रूप से बीमार मरीजों का भी चिन्हांकन किया गया। आदिवासी विभाग अंतर्गत 48 विद्यार्थियों को स्थायी जाति प्रमाण पत्र वितरित किया गया।

श्रम विभाग के अंतर्गत 359 हितग्राहियों का ई-श्रम कार्ड बनाया गया। उद्यानिकी विभाग अंतर्गत 90 किसानों को जायद फसल के लिए सब्जी सीडलिंग का वितरण किया गया। कृषि विभाग द्वारा 486 किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड, पावर वीडर, पंप, स्प्रेयर, वर्मी कम्पोस्ट, मक्का बीज एवं मिनी राइस मिल का वितरण किया गया। शिक्षा विभाग द्वारा 313 जाति, आय, निवास प्रमाण पत्र, 15 बच्चों को आवश्यक उपकरण एवं 66 छात्राओं को सरस्वती सायकल वितरण किया गया।
पशुधन विभाग द्वारा बकरा वितरण, मछली पालन विभाग द्वारा 5 मछली पालकों को जाल एवं आईसबाक्स का वितरण किया गया। इसी प्रकार लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा 12, क्रेडा विभाग द्वारा 6 एवं महिला बाल विकास विभाग द्वारा 02 समूहों को ऋण माफी एवं 3 समूहों को ऋण का वितरण किया गया। कलेक्टर रानू साहू ने समाधान शिविर में सेवाओं का लाभ लेने आए नागरिकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार तंुहर द्वार कार्यक्रम के तहत समाधान शिविर आयोजित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को शासन की सभी सेवाओं का लाभ मिल सके यही शिविर का उद्देश्य है। कलेक्टर ने कहा कि शिविर के पहले घर-घर सर्वे करके लोगों की समस्याओं से संबंधित आवेदन लेकर शिविर में नागरिकों को सेवाएं प्रदान की जा रही है। इससे लोगों को बार-बार कार्यालय जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और शिविर में एक ही दिन मंे समस्याओं का समाधान हो जा रहा है। शिविर के माध्यम से नागरिकों को राशन कार्ड, पेंशन निराकरण, किसान किताब आदि प्रदान करना ही प्रशासन का उद्देश्य है।
जाति प्रमाण पत्र, जॉब कार्ड, वन अधिकार पट्टा, दिव्यांगता प्रमाण पत्र का लाभ सबको देना ही समाधान शिविर का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों का चिन्हांकन भी किया जा रहा है। गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों का इलाज कराने में जिला प्रशासन सहयोग करेगा। इस दौरान पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने कहा कि ग्रामीणों को शिविर के माध्यम से सभी समस्याओं का समाधान एक ही जगह पर मिल रहा है।
इससे ग्रामीणों को घर का काम छोडकर बार-बार कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं पडती। शिविर स्थल में ही समस्या का समाधान हो जाने से ग्रामीणों को निश्चित रूप से सहूलियत हो रही है। समाधान शिविर में जिला पंचायत के सीईओ नूतन कंवर, एसडीएम कोरबा हरिशंकर पैकरा, जनपद पंचायत कोरबा सीईओ जी. के. मिश्रा सहित जनप्रतिनिधि हरीश परसाई, आस-पास पंचायतों के सरपंच गण, ग्राम पंचायतों के नागरिक गण एवं सभी विभागों के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।

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