10 माह के बच्चे को लगाया हाइडोज इंजेक्शन, मौत

4 डॉक्टर और 3 पैरामेडिकल स्टाफ के खिलाफ FIR दर्ज

Update: 2022-11-17 17:13 GMT
भिलाई। लापरवाही की वजह से एक मासूम बच्चे की जान चली गई। लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों के खिलाफ में दुर्ग पुलिस ने कार्रवाई की है। वहीं तीन पैरामेडिकल स्टाफ भी मामले में नप गए हैं। दुर्ग पुलिस ने सात लोगों के खिलाफ जुर्म दर्ज किया है। 10 माह के मासूम को सर्दी खांसी के उपचार कराने परिजन अस्पताल पहुंचे लेकिन अस्पताल के नौसिखियों ने मासूम को हाईडोज दिया। जिससे मासूम की मौके पर ही मौत हो गई। घटना में परिजनों ने पुलिस को लिखित में शिकायत किया था कि सिद्धी विनायक अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण। इस तरह की घटना होने का आरोप लगाया था।
उसके बाद भिलाई तीन पुलिस ने जांच करने के बाद लापरवाही पाए जाने पर देवबलौदा निवासी दस माह के शिवांस वर्मा के मौत मामले में अस्पताल के तीन डॉक्टर और 4 पैरामेड़िकल कर्मियों के खिलाफ धारा 304 ए के तहत कार्रवाई किया है। भिलाई तीन थाना प्रभारी मनीष शर्मा ने बताया कि महेश कुमार वर्मा ने अपने नाती शिवांस वर्मा को सर्दी -खासी की शिकायत पर सिरसा गेट भिलाई तीन में स्थिति सिद्धी विनायक अस्पताल में उपचार के लिए 27 अक्टूबर को दाखिल कराया था।बच्चे को डॉ. एस.आर. प्रसाद ने चेक किया था उन्होंने परिजनों को बताया था कि उसकी श्वांस ज्यादा चल रही उसे अस्पताल में दाखिल करने की सलाह दी थी। शिवांस की तबीयत बिगड़ने पर उसे आईसीयू रूम में शिफ्ट किया गया। दूसरे दिन बच्चे का एक्सरे भी कराया गया।डॉक्टरों ने परिजनो को बताया कि बच्चे के फेफडे में कफ बैठ गया है।
उपचार के बाद सुधार होने की बात कही थी। 31 अक्टूबर को अस्पताल में डॉक्टर नहीं थे नर्स हाईडोज इंजेक्शन लगाने से बच्चे की मौत हुई थी। शिवांश वर्मा के उपचार के दौरान मौत मामले में शिकायत के बाद सीएमएचओ ने जांच करने टीम बनाया था। जिसमें स्वास्थ्य विभाग के सीनियर डॉक्टरों को शामिल किया गया। टीम ने जांच करने पर पाया कि अस्पताल प्रबंधक के चिकित्सक डॉ. संमीत राज प्रसाद, आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ. दुर्गा सोनी, डॉ. हरिराम यदु, डॉ. गिरीश साहू , पैरामेडिकल स्टाफ कुमारी विभा साहू, आरती साहू, कुमारी निर्मला यादव ने शिवांस वर्मा के उपचार में लापरवाही बरती है। इनके खिलाफ पुलिस ने अपराध कायम किया है। आपको बता दें कि सबसे पहले इस मामले को लेकर भिलाई टाइम्स ने खुलासा किया था। इसके बाद प्रशासन तक बात पहुंची और मामले में कलेक्टर ने जांच के निर्देश दिए और अब इनके खिलाफ एफआईआर के आदेश दिए हैं। भिलाई-3 पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज किया है।
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