जांजगीर-चांपा। जिले में जंगली सुअर का शिकार करने गए ग्रामीण खुद ही शिकार हो गए. हादसे में एक ग्रामीण की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि रास्ते मे खेत मे जंगली जानवरों का शिकार करने बिजली के तार बिछाए गए थे, जिसकी चपेट में आकर ग्रामीण की मौत हुई है. पुलिस ने मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
दरअसल, नगरदा थाना क्षेत्र के ग्राम बहेरा का ग्रामीण रामजी कवंर अपने पांच साथियों के साथ कोरबा क्षेत्र के कालाभाठा पहाड़ गांव के जंगल में रात को जंगली सुअर का शिकार करने गया था. जहां रास्ते में पड़ने वाले खेत मे पहले से ही कुछ लोगों ने जंगली जानवर का शिकार करने 11 केवी बिजली के तार फैला रखा था, जिसकी चपेट में रामजी कंवर आ गया और मौके पर ही झुलस कर उसकी मौत हो गई. हालांकि, पुलिस कार्रवाई के डर से रामजी के साथी उसे वहीं छोड़ कर भाग निकले और घर आ गए. रामजी के घर नहीं लौटने पर उसके परिजनों ने थाने में इसकी सूचना दी. जिसके बाद पुलिस ने मामले में जांच शुरू की और रामजी के साथियों से पूछताछ की कड़ाई से पूछताछ करने पर उन्होंने सारी सच्चाई पुलिस को बताई, जिसके बाद पुलिस ने खेत मे विद्युत के तार फैलाने वाले आरोपियों की खोज शुरू कर संदेह के आधार पर कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो आरोपियों ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया. इतना ही नहीं बिजली के तार की चपेट में आए रामजी लाश पास को नहर में फेंक दिया था. जो बहते हुए दो दिन बाद सामने आई.
पुलिस ने बताया कि परिजनों ने 27 मार्च को रामजी के गुम होने की रिपोर्ट लिखवाई थी, जिसके 2 दिन बाद नहर में तैरता हुआ शव दिखाई दिया, जो रामजी कंवर का था. शव को पीएम के लिए भेजा गया. पीएम रिपोर्ट में मौत का कारण इलेक्ट्रिक शॉक से होने की जानकारी मिली है. पकड़े गए तीनों आरोपी लीलाधर सिंह, दिलीप सिंह और मनोज कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है.