कोरबा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्राम चिर्रा में छत्तीसगढ़ महतारी को पुष्प अर्पित कर राज्यगीत से भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में आमजनों से संवाद शुरू किया। उन्होंने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैं रामपुर पहले भी आ चुका हूं। सबसे पहले हमने किसानों का लोन माफ किया। धान का उचित मूल्य किसानों को मिल रहा है। मुख्यमंत्री से बात करते हुए मेजना राठिया ने बताया कि उनके पास 26 एकड़ जमीन है, ऋणमाफी के तहत 2.64 लाख रूपये माफ हुए। मेजना ने बताया कि धान का पैसा मिल गया है, उन्होंने राजीव गांधी किसान न्याय योजना को बहुत सुंदर बताया। इन पैसों से मैने खेत खरीदा, लड़की की शादी की, कुछ बच्चों की पढ़ाई में खर्च किया और पत्नी के लिए जेवर भी बनवाया।
राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन श्रमिक न्याय योजना के बारे में अनिता प्रजापति ने बताया कि उन्होंने फार्म नहीं भरा है, इसलिए पैसा नहीं मिला। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम सचिव को आवेदन दे दो नाम जुड़ जाएगा और फिर योजना का लाभ मिलने लगेगा। बेरोजगारी भत्ता योजना को लेकर दीपक महंत ने बताया कि उन्होंने एमए किया है। उन्हें बेरोजगारी भत्ते की पहली किस्त मिल चुकी है, इससे काफी राहत मिल रही है, पढ़ाई में आने वाले खर्च में मदद भी। लघु वनोपज संग्रहण के बारे में रविन्द्र ने बताया कि उन्हें 25 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि मिली है। इससे घर खर्चे और अन्य जरूरी खर्चों में मदद मिली है।
स्वामी आत्मानंद स्कूल, करतला की जान्हवी ने बताया कि वो वर्ष दसवीं की छात्रा हैं। जान्हवी ने बताया कि इस योजना से मेरे घरवाले फीस की चिंता से मुक्त हो गए हैं। ये सब आपकी वजह से हो पाया है। जहां खेल में भी अपना स्किल दिखा पा रहे हैं। इससे पहले मुझे 24 हजार रूपए फीस देनी पड़ती थी। मैं एक टीचर बनना चाहती हूं, अपना धन्यवाद सर। मुख्यमंत्री ने जान्हवी को शुभकामनाएं दी। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में कक्षा 7वीं में पढ़ने वाले अतुल ने कहा कि जब हमने सुना कि सेजेस खुला है तो हमें बहुत राहत मिली। ये सब आपकी वजह से हो पाया है। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।