
बस्तर। बस्तर का सबसे दुर्गम इलाका अबूझमाड़, जिसे कभी नक्सलियों का गढ़ माना जाता था, अब शांति और विकास की ओर तेजी से बढ़ रहा है। हाल ही में सुरक्षा बलों ने कुतुल गाँव में अपना कैंप स्थापित किया और पहली बार अबूझमाड़िया ग्रामीणों के साथ मिलकर होली का जश्न मनाया।
इस ऐतिहासिक अवसर पर जवानों और ग्रामीणों के साथ स्कूली बच्चों ने भी भाग लिया, जिससे यह पर्व और भी खास बन गया। सुरक्षा बलों की उपस्थिति से अबूझमाड़ के लोग खुद को पहले से अधिक सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
जवानों ने न सिर्फ ग्रामीणों के साथ रंग खेला, बल्कि बच्चों को भी इस उत्सव में शामिल कर उनके चेहरे पर मुस्कान बिखेरी। पूरे वातावरण में हर्ष और उल्लास का संचार था। बच्चों और ग्रामीणों के साथ जवानों ने ढोल-नगाड़ों की थाप पर जमकर नृत्य किया और आपसी भाईचारे का संदेश दिया।