स्कूलों में हिजाब छोटी, विभाजनकारी सोचः बृजमोहन अग्रवाल

Update: 2022-02-10 17:27 GMT

रायपुर: भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि धर्म आधारित शिक्षा की बात करना कांग्रेस की छोटी सोच को प्रदर्शित करता है। सभी स्कूलों में ड्रेस कोड का निर्धारण इसलिए किया जाता है ताकि सभी छात्र-छात्राओं में एकजुटता, समानता, अनुशासन, देश भक्ति की भावना विकसित हो सके। संपूर्ण विश्व में शिक्षा के क्षेत्र में इन्हीं सब भावनाओं को ध्यान में रखकर ड्रेस कोड की व्यवस्था की जाती है।

बृजमोहन 
अग्रवाल आज माँ बमलेश्वरी देवी नीचे मंदिर परिसर डोगरगढ़ में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमको कांग्रेस की सोच पर तरस आता है। स्कूलों में ड्रेस कोड इसलिए लागू किया जाता है, ताकि बच्चों में एकरूपता की भावना आए, कोई छोटा बड़ा न दिखे,कोई अमीर गरीब नहीं दिखे , सब बच्चे एक समान लगें। बच्चों में संस्कार एवं भारतीय संस्कृति की भावना विकसित हो। प्रियंका गांधी के ट्वीट के बाद तो लगता है कि कांग्रेस की सोच ही छोटी हो गई है। ठीक है कि सार्वजनिक स्थान पर कोई कुछ भी पहने उसके लिए कोई रोक नहीं है परंतु हमारे स्कूल संस्कार के केन्द्र हैं, वो देशभक्ति के केन्द्र हैं, वो बच्चों में अनुशासन लाने के केन्द्र हैं। वहाँ धर्म आधारित पहनावे की बात करना छात्र-छात्राओं के नैतिक आचरण के प्रतिकूल है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं की इतनी छोटी सोच देश के लिए दुर्भाग्यजनक है। स्कूलों में भारतीय संस्कृति व जीवन दर्शन- गीता रामायण की शिक्षा की बात करने पर स्कूलों में हिजाब की पैरवी करने वाले तिलमिला क्यों उठते हैं? उन्होंने यह भी कहा कि अगर यह बात आगे बढ़ती है, तो प्रदेश में भी इस पर कानून बनाने की जरूरत होगी।
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