धमतरी। आदिवासी बाहुल्य नगरी के कोंगेरा निवासी 29 वर्षीय श्रवण कुमार नेताम खुशी के साथ आश्चर्य प्रकट करते हुए कहते हैं कि उन्हें यकीन नहीं कि अब वे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिहावा में नौकरी में लग गए हैं। बीपीएल परिवार का यह नौजवान असल में एक हाथ और एक पैर से दिव्यांग हैं। लेकिन वे अपनी दिव्यांगता को अपनी बेचारगी बनाना नहीं चाहते। मायूस और दुखी होने के बजाय दो वक्त की रोटी कमाने में विश्वास करने वाले श्री श्रवण ने 12 वीं तक की पढ़ाई की है। इसके बाद मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत उन्होंने कंप्यूटर का प्रशिक्षण भी लिया। इसके बाद से वे नौकरी की तलाश में इधर उधर आवेदन देते रहे। इसी कड़ी में वे 13 अगस्त को धमतरी ज़िले के कलेक्टर श्री पी एस एल्मा से भी नौकरी के लिए अर्जी देने मिले।
कलेक्टर ने उनके बुलंद हौसलों को देख स्वास्थ्य विभाग को पूरी संवेदनशीलता के साथ उचित कार्रवाई करने कहा। स्वास्थ्य विभाग ने इसे गंभीरता से लिया और श्री श्रवण के गृह ग्राम के नजदीक स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सिहावा में उन्हें कोविड 19 टीकाकरण में डेटा वेरिफिकेशन के काम में रख लिया। आज का दिन श्रवण के लिए खास रहा, जब उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र सिहावा में जाकर अपना काम संभाला। वे बहुत खुश हैं कि रोजगार मिलने से वे अपने अभिभावकों की देखभाल बेहतर तरीके से कर पाएंगे और इसमें उनकी दिव्यांगता आड़े नहीं आएगी। श्रवण इसके लिए ज़िला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का आभार व्यक्त करते हैं।