सूरजपुर। हेड कॉन्स्टेबल को एसपी ने सस्पेंड कर दिया है. मामला रामानुजनगर थाना क्षेत्र का है। 9 अप्रैल की रात को लड़की घर पर सो रही थी। इस दौरान घर के लोग बाहर थे। तभी उसी के गांव में रहने वाला आरोपी राजेश कुमार साहू (35) घर में घुस गया। यहां पर उसने लड़की से जबरदस्ती की। फिर धमकी दी कि किसी को कुछ भी बताया तो तुझे मार डालूंगा। बताया गया कि 4 दिन तक पुलिस उसे घुमाती रही। फिर दोनों पक्षों से पैसों की मांग की गई। इस पर लड़की के पिता और आरोपी राजेश राजी हो गए।
दोनों पक्षों ने मिलकर 40 हजार रुपए दे दिए। वहीं 15 अप्रैल को 16 साल की लड़की ने घर में फांसी लगा ली। उसके पहले उसने अपने परिजनों को पूरे घटनाक्रम के बारे में बता दिया। उसने यह भी बताया कि इतने दिनों तक डर के मारे उसने किसी को इस बारे में नहीं बताया था। इसके बाद परिजन रेप का केस दर्ज कराने जाने वाले थे। लेकिन इसके पहली लड़की ने खौफनाक कदम उठा लिया। लड़की के मौत होने के बाद फिर से परिजनों ने पुलिस से शिकायत की। इस पर पुलिस ने रेप का केस दर्ज किया। फिर आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया। इसके बाद लड़की के पिता ने पूरे मामले में समझौता होने की जानकारी दी।
लड़की के पिता ने बताया कि रामानुजनगर थाना में पदस्थ प्रधान आरक्षक हेमंत शर्मा और नगर सैनिक देवचंद पांडे ने हमसे 20-20 हजार रुपए लिए हैं। वापस मांगने पर पैसे वापस नहीं कर रहे हैं। मेरी बेटी की मौत भी हो गई। इसकी शिकायत उसने पुलिस के सीनियर अधिकारियों से की थी। जिस पर एसपी रामकृष्ण साहू ने कार्रवाई करते हुए प्रधान आरक्षक हेमंत शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर रक्षित केन्द्र सूरजपुर भेज दिया गया है। वहीं देवचंद पांडे को नगर सेना कार्यालय भेजने के निर्देश थाना प्रभारी को दिए हैं। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पुलिस की छवि धूमिल करने वालों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।