'ज्ञानगंगा': काफी मददगार हुआ साबित

Update: 2022-05-21 02:24 GMT
दंतेवाड़ा। ''ज्ञानगंगा परियोजना'' इंटरनेट सुविधा से वंछित बच्चों तक आफलाईन शिक्षा उपलब्ध कराने सहित बेरोजगार युवक/युवतियों एवं जनसमुदाय को शासन के विभिन्न योजनाओं की आवश्यक जानकारी प्रदाय करने हेतु जिला प्रशासन का एक अभिनव पहल है। ज्ञानगंगा एक नालेज सर्वर है जिसके माध्यम से बच्चों एवं नागरिकों को अनेक उपयोगी जानकारियां जैसे शिक्षा, मनोरंजन, कृषि, पशुपालन, स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं आजीविका इत्यादि पर बने विडियो तथा दस्तावेजों का संकलन कर वाईफाई के माध्यम से ऑफलाईन उपलब्ध कराया जाता है।

'ज्ञानगंगा परियोजना अंतर्गत जिले के दन्तेवाड़ा विकासखंड में 29, कटेकल्याण में 12, कुआकोंडा विकास खण्ड में 21 तथा गीदम विकासखण्ड में 29 ज्ञानगंगा सर्वर केंद्र विभिन्न दूरस्थ शालाओं/पंचायतों/आंगनबाड़ी केंद्रों/उप स्वास्थ्य केंद्रों सहित जिला जेल दन्तेवाड़ा में स्थापित किया गया है। जिसमें ऑनलाइन शिक्षा से वंचित बच्चों को ऑफलाईन शिक्षा उपलब्ध कराने के साथ ही गांव की समग्र विकास की परिकल्पना को उड़ान देने के लिये कुल 91 केन्द्रों की शुरूआत की गई है। इस नालेज सर्वरों पर उपलब्ध जानकारी 100 मीटर से 500 मीटर के दायरे में किसी भी वाई-फाई युक्त उपकरण जैसे मोबाईल, टैब, लैपटॉप अथवा कम्प्यूटर के माध्यम से जुड़ कर आसानी से हासिल किया जा सकता है।

कृषक

कृषि विभाग द्वारा उपलब्ध कृषि संबंधित जानकारियों का सामयिक संकलन भी ज्ञानगंगा में अपलोड की गई है जिसका ग्रामीण कृषक लाभ उठा रहे हैं। दन्तेवाड़ा जिला जैविक कृषि घोषित जिला है जहां के किसान रासायनिक खाद उर्वरकों का उपयोग न करते हुए जैविक पद्धति से कृषि करने लगे हैं। ज्ञानगंगा में जैविक खेती के विधाओं पर उपलब्ध विडीयो जिले के कृषकों के लिए काफी मददगार साबित हो रहे हैं। इन वीडियो के माध्यम से बीजामृत, ब्रह्मास्त्र, मिमास्त्रम जैसी जैविक खेती के अहम बाते कृशक आसानी से सीख रहे है साथ ही आय में वृद्धि के लिए आधुनिक कृषि कार्य के साथ बकरी पालन, सूअर पालन, कुक्कुट पालन, मछली पालन इत्यादि की जानकारी भी प्राप्त कर रहे हैं।

मितानिन एवं आशा वर्कर

ज्ञानगंगा में स्वास्थ्य संबंधित आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई गई है जो कि मनोरंजक लघु नाटकों के रूप में दर्शाया गया है। ग्रामीण क्षेत्र में कार्यरत मितानिन और आशावर्कर भी स्वास्थ्य संबंधित जानकारी ग्रामीणों तक आसानी से पहुंचाने के लिए ज्ञान गंगा सहयोग ले रहे हैं।

युवक/युवतियां

ज्ञानगंगा में उपलब्ध कबाड़ से जुगाड़ के विडियो ग्रामीण युवाओं में अत्यधिक लोकप्रिय है, जो उनकी रचनात्मकता बढ़ाने में सहायक सिद्ध हो रहा है। इसके साथ ही युवक/युवतियों को रोजगार के तलाश में पलायन कर अन्यत्र न भटकना पड़े इस हेतु उन्हें आजीविका के ग्रामीण स्तर पर किये जा सकने वाले विभिन्न रोजगार के संसाधनों की जानकारियों के साथ आवश्यकतानुसार प्रशिक्षण संबंधित जानकारी भी दी जा रही है। स्वरोजगार हेतु आर्थिक सहायता कैसे प्राप्त की जा सकती है की जानकारी प्रदाय करते हुए कम ब्याज पर आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। जिसका बेरोजगार युवक/युवती लाभ लेकर आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे है।

सैलानियों के लिए

सैलानियों हेतु स्थानीय पर्यटन स्थलों की जानकारी ज्ञानगंगा सर्वर में अपलोड की गई है जिसे इसके माध्यम से सैलानी जिले के विभिन्न पर्यटन स्थलों की जानकारी प्राप्त कर उन स्थलों का भ्रमण करके आनंद ले सकते है। समुदाय को प्रेरित कर ज्ञानगंगा परियोजना से जोड़ने हेतु जिले के समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारी, खण्ड स्त्रोत समन्वयक, संकुल समन्वयक, शिक्षकों, ग्राम पंचायत के सचिवों एवं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को भी विशेष प्रशिक्षण दिया गया है जिससे जिले में ज्ञान गंगा परियोजना का सफल क्रियान्वयन संभव हो रहा है। वैश्विक महामारी कोविड-19 में प्रभावित शिक्षा व्यवस्था को गति देते हुए ग्रामीण अंचलों में जागरूकता लाने में ज्ञानगंगा जिले में वरदान साबित हो रही है।

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