प्रकाश पर्व समारोह में शामिल हुई राज्यपाल अनुसुईया उइके

Update: 2021-11-19 14:57 GMT

रायपुर। राज्यपाल अनुसुईया उइके गुरू नानक देव की जयंती के अवसर पर राजधानी के खालसा स्कूल में गुरूद्वारा श्री गुरूसिंघ सभा द्वारा आयोजित प्रकाश पर्व के समारोह में शामिल हुई। उन्होंने गुरूग्रंथ साहेब के समक्ष मत्था टेका और छत्तीसगढ़ प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना की। उन्होंने सिक्ख समाज के समस्त श्रद्धालुओं को गुरूनानक जयंती की शुभकामना दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि श्री गुरूनानक देव जी ने विश्वशांति और मानव कल्याण के लिए प्रेम सदभाव और भाईचारे के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी और अपने उपदेशों से ज्ञान का प्रकाश फैलाया। साथ ही समाज को विभिन्न कुरीतियों से मुक्त करने का प्रयास करते हुए नेकी और सदाचार की सीख दी। राज्यपाल ने सिक्ख समाज द्वारा किए गए सेवा कार्य की सराहना की।

राज्यपाल ने कहा कि गुरूनानक देव जी ने कहा है कि परमात्मा कण-कण में और हर जगह मौजूद है। उन्होंने ईश्वर का सदा नाम जपने और जो कुछ भी मिले उसे मिल बांटकर खाने का उपदेश दिया। उन्होंने कहा कि गुरूनानक देव जी के उपदेशों के साथ अध्यात्म की शिक्षा मिलती है, इसी का प्रभाव है कि सिक्ख समाज दुनिया में अपनी सफलता के कारण जाने जाते है। गुरूनानक जी के अनुयायी ''नाम जपो, किरत करो और वंड छको'' के उपदेश पर अमल करते हैं। इसी कारण सिक्ख समाज हमेशा अपने सेवा भाव के कारण जाना जाता है। जब हम गुरूद्वारे जाते हैं तो देखते हैं कि हमारे सिक्ख भाई सेवा कार्य में जुट जाते हैं। इसमें सभी वर्ग के लोग शामिल होते हैं।

उन्होंने कहा कि कोरोना काल में लॉकडाउन के समय जब बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक और नागरिक अन्य प्रदेशों से लौट रहे थे तो हमारे सिक्ख समाज के बंधुओं ने राजधानी तथा प्रदेश के अन्य स्थानों में स्वयं आगे आकर उनके रहने, खाने और वापस घर लौटने का इंतजाम करा सेवा की। साथ ही देश के अन्य हिस्सों में गुरूद्वारों तथा अन्य माध्यम से जरूरतमंदों के लिए भोजन तथा ऑक्सीजन सिलेंडर भी मुहैया कराया। ऐसे सेवा कार्य करने वाले व्यक्ति एवं संस्थाओं को समाज सम्मान की दृष्टि से देखता है और विशेष स्थान देता है। इस अवसर पर राज्यपाल का शॉल पहनाकर सम्मान किया गया।

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