रेलवे की अच्छी पहल, रेलवे फाटकों पर ट्रैफिक जाम से मिलेगा छुटकारा

Update: 2023-10-09 12:33 GMT

रायपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में रेल के व्यापक नेटवर्क होने के कारण रेलवे और सड़क मार्ग जगह जगह एक दूसरे को क्रॉस करती है, जहाँ पर सड़क रेलवे लाइन को क्रॉस करती है, वहाँ पर सड़क यातायात के सुगम, संरक्षित और निर्बाध यातायात के लिए लेवल क्रॉसिंग गेट बनाए गए हैं । रेलवे लाइन पर ट्रेन चलने के समय लेवल क्रॉसिंग गेट को बंद कर दिया जाता है और ट्रेन को सुरक्षित पास करने के बाद रोड यातायात को खोल दिया जाता है ताकि सड़क मार्ग से जाने वाले पैदल यात्री तथा वाहन अपने गंतव्य तक सुरक्षित जा सके और ट्रेन परिचालन भी निर्बाध और संरक्षित रूप से होता रहे।

समय के साथ दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में रेलवे के आधारभूत संरचनाओं में आशातीत वृद्धि होने के कारण इन लेवल क्रॉसिंग गेट पर यातायात प्रभावित होता है। सड़क मार्ग से वाहनों लगातार चलने के कारण लेवल क्रॉसिंग गेट से पहले सिग्नल पर ट्रेन रुक जाती है तो कभी ट्रेन के लगातार चलते रहने के कारण पर सड़क मार्ग के यात्री एवं वाहनों को लेवल क्रॉसिंग गेट से पहले इंतजार करना पड़ता है । खासकर व्यस्त राजमार्गों या शहर के मध्य मे स्थित लेवल क्रोससिंग गेट पर यह समस्या गंभीर हो जाती है । विकसित होते शहरों , गावों, कस्बों आदि जहां की बसाबट लगातार बढ़ रही है, वहाँ समपार फाटक पर यातायात अवरुद्ध होने की संभावना रहती है ।

सड़क मार्ग के परिवहन की संरक्षा को बेहतर करने एवं असुविधा को कम करने के लिए व्यस्त समपारों की जगह इस समस्या के समाधान के लिए उपलब्ध संसाधनों और प्राथमिकता के आधार पर रेलवे के द्वारा लिमिटेड हाइट सबवे, रेल ओवर ब्रिज, रोड ओवर ब्रिज का निर्माण शुरू किया जा रहा है । दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे में 145 रोड ओवर ब्रिज एवं 452 रोड अंडर ब्रिज/लिमिटेड हाइट सबवे हैं । पिछले वित्तीय वर्ष मे 8 रोड ओवर ब्रिज एवं 14 रोड अंडर ब्रिज का निर्माण किया गया। इस वित्तीय वर्ष में 5 रोड ओवर ब्रिज/ रोड अंडर ब्रिज अभी तक बनाए गए हैं । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का प्रयास है की इस वित्तीय वर्ष में 15 रोड ओवर ब्रिज, 36 रोड अंडर ब्रिज/लिमिटेड हाइट सबवे का निर्माण किया जा सके । उपलब्ध संसाधनों एवं प्राथमिकताओं के के आधार पर यह कार्य किया जा रहा है ।

रोड ओवर ब्रिज/ रोड अंडर ब्रिज के मुख्य लाभों में से एक यह है कि वे राजमार्गों और रेलवे पटरियों के बीच लेवल क्रॉसिंग की आवश्यकता को समाप्त करते हैं, जिससे ट्रेन तथा सड़क वाहन या पैदल यात्री संरक्षित रूप से यात्रा सम्पन्न करते हैं । चूंकि वाहन चालकों को लेवल क्रॉसिंग पर ट्रेनों के गुजरने का या ट्रेन को लेवल क्रॉसिंग गेट के बंद होने का इंतजार नहीं करना पड़ता है, इससे ट्रैफिक जाम की समस्या उत्पन्न नहीं होती है तथा इससे उनकी औसत गति में वृद्धि होती है । साथ ही यात्रा में कम समय लगता है । इसका एक लाभ यह भी है कि रेलवे ट्रैक के दोनों ओर के क्षेत्र आपस में जुड़ जाते हैं।

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