रायगढ़। कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद भी रोजगार नहीं मिलने से गरीब परिवार की एक युवती इस कदर हताश हुई कि उसने घर चुनरी का फंदा कसते हुए फांसी लगाकर दुनिया को असमय अलविदा कह दिया। नौकरी के चक्कर में खुदकुशी का यह दुखद प्रसंग भूपदेवपुर थाना क्षेत्र का है। इस संबंध में थाना प्रभारी गंगाप्रसाद बंजारे ने बताया कि भूपदेवपुर से तकरीबन 17 किलोमीटर दूर ग्राम दर्रामुड़ा में शनिवार पूर्वान्ह लगभग साढ़े 10 बजे उस समय सनसनी फैल गई, जब कु. अंजू पटेल पिता स्व. संतोष पटेल (23 साल) की लाश उसके घर के म्यांर में बंधे चुनरी में संदिग्ध परिस्थितियों में लटकती पाई गई।
मिलिट्री डिजाईन के फुलपैंट और कमीज पहने शव को देख सकते में आए पटेल परिवार ने आसपड़ोस के लोगों को घटना की सूचना दी, तब कहीं जाकर पुलिस को इसकी भनक लगी। वर्दीधारियों ने घटना स्थल का जायजा लेते हुए शव को नीचे उतारते हुए पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा। पुलिस ने मृतक के परिजनों का बयान कलमबंद किया तो खुलासा हुआ कि पिता की मृत्यु के बाद 3 बहन और 2 भाइयों में अंजू छोटी थी और मुफलिसी की मार झेलते हुए उसने बीए तक पढ़ाई भी की थी। कॉलेज की पढ़ाई पूरी होने के बाद अंजू नौकरी कर परिवार का आर्थिक मदद करना चाहती थी, लेकिन काफी भागमभाग के बाद भी उसे कहीं भी रोजगार नहीं मिला। ऐसे में घर में खाली बैठने पर वह चिड़चिड़ी स्वभाव की हो गई थी। अंजू के गुस्सैल व्यवहार से घरवाले काफी परेशान थे। पटेल परिवार के बयान के आधार पर माना जा रहा है कि बीए करने के बाद भी रोजगार नहीं मिलने के कारण जीवन से मोहभंग होने पर युवती ने ऐसा आत्मघाती कदम अख्तियार किया है। फिलहाल, भूपदेवपुर पुलिस मर्ग कायम कर घटना की जांच पड़ताल में जुटी है।