गरियाबंद। गरियाबंद जिले के ग्राम लोहरसी, किरवई, कौंदकेरा एवं रावड़ के 04 कोसा विकास स्व सहायता समूह से जुड़े 38 हितग्राहियों के लिए कोसा फल उत्पादन आजीविका का सशक्त माध्यम बना है। उक्त समूह द्वारा रेशम विभाग के अधिकारियों के तकनीकी मार्गदर्शन में प्रथम फसल वर्ष 2021-22 में त्रिपज प्रजाति के 14 हजार 500 टसर स्वस्थ डिम्ब समूह का कृमि पालन अर्जुन पौधे में कर 35 से 40 दिन में 3 लाख 12 हजार 343 नग टसर कोसा फलों का उत्पादन किया गया। सहायक संचालक रेशम श्री एस.के. कोल्हेकर ने बताया कि उक्त समूह द्वारा 4 लाख 78 हजार 796 रूपये का कोसा फल विक्रय कर प्रत्येक हितग्राही औसतन 12500 रूपये की आमदनी अर्जित करने में सफलता हासिल की है। जिले में उक्त समूहों के लिए कोसा उत्पादन रोजगार एवं आमदनी का एक अच्छा माध्यम साबित हुआ है।