बिलासपुर। बिलासपुर में शुक्रवार तड़के कार में ओड़िशा से गांजा लेकर आ रहे दो तस्करों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके पास से पुलिस ने 71 किलो गांजा बरामद किया है। दरअसल, पुलिस की टीम गांजा तस्करी के मुख्य आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। इसके बाद अब उसके सहयोगी ने उसकी पत्नी के माध्यम से अवैध कारोबार शुरू कर दिया। पुलिस से बचने के लिए तस्करों ने कार में हाईकोर्ट अधिवक्ता लिखवाया था था। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के अनुसार गांजा तस्कर चंद्रप्रकाश कौशिक को सिरगिट्टी पुलिस ने कुछ समय पहले बड़ी मात्रा में गांजा के साथ गिरफ्तार किया था। गांजे के केस में उसके जेल में होने के बाद अब उसकी पत्नी रितू कौशिक तस्करों से मिल गई है और अवैध कारोबार को संचालित कर रही है। गुरुवार की रात खबर मिली कि ओड़िशा से गांजे का खेप शिवरीनारायण के रास्ते बिलासपुर लाया जा रहा है। जानकारी मिलते ही TI परिवेश तिवारी ने अपनी टीम को शिवरीनारायण से ही बताए गए कार क्रमांक CG10 AR 5431 पर नजर रखने के लिए रवाना कर दिया। वहां से पीछा करते हुए टीम ने कार को इमलीपारा रोड में रोक लिया और तलाशी ली, तब उसमें से 71 किलो गांजा बरामद हुआ।
पकड़े जाने की भनक लगते ही महिला हो गई फरार
पुलिस ने कार सवार गांजा डीलर आकाश निर्मलकर (22 साल) से पूछताछ की, तब पता चला कि वह शांतिनगर स्थित ठेठाडबरी में रहता है। वह मंगला के धुरीपारा निवासी जगतराम धुरी (32 साल) के साथ मिलकर ओड़िशा से गांजा लेकर आ रहा था। इधर, आरोपियों के पकड़े जाने की भनक लगते ही गांजा तस्करी कराने वाली महिला रितू कौशिक फरार हो गई। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
गांजा तस्कर की है कार, पत्नी ने गांजा लाने तस्करों को दी थी कार
हाईकोर्ट अधिवक्ता लिखे कार मालिक की जानकारी जुटाने पर पुलिस को पता चला कि कार गांजा तस्कर चंद्रप्रकाश की है, जिसे उसकी पत्नी रितू कौशिक ने ही गांजा लाने के लिए तस्करों को दी थी। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कार में हाईकोर्ट अधिवक्ता इसलिए लिखा गया है ताकि, पुलिस को चकमा दिया जा सके।
बिलासपुर और मुंगेली में खपाने वाले थे गांजा
पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि गांजा की डिलीवरी कराने वाली महिला रितू कौशिक है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। आरोपियों ने बताया कि ओड़िशा से ला रहे गांजा को बिलासपुर शहर और मुंगेली क्षेत्र में खपाने वाले थे। इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। उनके खिलाफ NDPS एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।