- मुख्यमंत्री की गांजा तस्करी रोकने के आदेश की हो रही अवहेलना
- राज्य के सीमावर्ती नाकों में लगे सीसीटीवी कैमरे से कैसे बच निकल रहे तस्कर
- पुुलिस की संयुक्त कमान की बैठक में तस्करी रोकने लिए गए थे अहम निर्णय
- ओडि़सा, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, आंध्र प्रदेश, यूपी-बिहार के तस्करों का हेडक्वार्टर बना रायपुर
- रायपुर से करोड़ो का गांजा लोड हुआ और रायपुर पुलिस को भनक नहीं लगी
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पुलिस अधिकारियों की बैठक लेकर मादक पदार्थों की तस्करी पूरी तरह रोकने के निर्देश दिए थे, वहीं राज्य के सीमावर्ती नाकों में सीसीटीवी लगाने के साथ सघन जांच के आदेश देने के बाद भी तस्कर गांजा लेकर कैसे रायपुर के रास्ते यूपी-बिहार गांजा लेकर सप्लाई करने के लिए पहुंच रहे है। पिछले एक सप्ताह में छत्तीसगढ़ पुलिस ने कवर्धा, जगदलपुर, सरगुजा राजनांदगांव, सराईपाली महासमुंद के रास्ते गांजा लेकर जा रहे तस्करों को पकड़ा और उनके कब्जे से क्विंटलों में गांजा जब्त किया है। आखिर सवाल यह उठता है कि पुलिस की संयुक्त कमान के साथ नाकों में सीसीटीवी लगाने के बाद कैसे गांजा तस्कर आसानी निकल भाग रहे है। राज्य के सीमावर्ती जिलों के अधिकारियों को चेतावनी दी गई थी जिन जिलों में गांजा तस्करी होगी, उन जिलों के कलेक्टर और एसपी को दोषी मानकर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों की सख्त कार्रवाई से स्थानीय स्तर पर गंजा, शराब, अफीम जैसे अन्य मादक पदार्थों की बिक्री कम हुई है, लेकिन दूसरे राज्यों की सीमावर्ती बार्डर पर गांजा की तस्करी आसानी से हो रही है।
गांजा तस्करों की लंबी चेन
सूत्रों की माने तो गांजा तस्करों की बहुत बड़ी चेन है जो एक राज्य से दूसरे राज्य में गांजा की सप्लाई को अंजाम दे रहे है। पुलिस की सख्ती के बाद भी नए रास्ते से गांजा तस्कर एक राज्य दूसरे राज्य में प्रवेश कर रहे है। दिल्ली-मुबंई-चेन्नई, यूपी-बिहार के तस्करों का एक गुप्त समझौता है जिसके तहत वे एक दूसरे को गांजा तस्करी में मदद करते है।
पुलिस से सांठगांठ
जानकार सूत्रों ने बताया कि बिना पुलिस के सांठगांठ के इतने बड़े पैमाने पर तस्करी संभव नहीं है। इसके पीछे स्थानीय गिरोह और बाहरी तस्करों की पुलिस से सांठगांठ के चलते गांजा की बेरोक-टोक तस्करी हो रही है। पुलिस की नाकेबंदी जिन रास्तों में होती है उसकी सूचना गांजा तस्करों को मिल जाती है और वे रास्ता ह बदल कर अपने काम को अंजाम दे ने में सफल हो रहे है।
15 लाख का गांजा जब्त, 2 तस्कर गिरफ्तार
वहीं जगदलपुर में बस्तर पुलिस को अवैध मादक पदार्थ गांजा तस्करी करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। नगरनार पुलिस ने 24 घंटे के भीतर गांजे की तस्करी करते 2 मामले 2 तस्करों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार तस्करों के कब्जे से पुलिस ने 300 किलोग्राम गांजा सहित 1 चारपहिया वाहन और 1 आयसर ट्रक जब्त किया है। जब्त गांजे की अनुमानित कीमत 15 लाख रुपये आंकी गई है. जगदलपुर सीएसपी हेमसागर सिदार बताया कि पड़ोसी राज्य उड़ीसा से बस्तर के रास्ते देश के अलग राज्य में गांजा तस्करी करने की सूचना मुखबिर से मिली थी, जिसके बाद नगरनार थाना से टीम बनाकर छत्तीसगढ़-ओडिशा के सीमावर्ती क्षेत्र धनपुंजी में मोबाइल चेक पोस्ट लगाया गया. जहां टीम ने जांच करते हुए उड़ीसा से बस्तर आते हुए 1 बोलेरो वाहन की जांच की जिसमें पुलिस ने वाहन में रखे अवैध मादक पदार्थ गांजा को जब्त किया। वहीं दूसरे आयसर ट्रक से भी मादक पदार्थ को जब्त किया। दोनों मामले में पुलिस ने 2 आरोपी को गिरफ्तार किया है। ट्रक के आरोपी तस्कर किशन उंराव जिला गढ़वा झारखंड का निवासी है। दूसरा आरोपी देवेंद्र खीलों जिला कोरापुट ओडिशा का निवासी है। इस मामले में बस्तर पुलिस ने कहा कि अन्य आरोपियों की भी गिरफ्तारी होनी बाकी है. फिलहाल दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर न्यायिक रिमांड में जेल भेजा गया है।
14 लाख के गांजा के साथ 3 तस्कर गिरफ्तार
सिंघोड़ा पुलिस ने कार में 70 किलो गांजा तस्करी करते उत्तरप्रदेश के तीन तस्करों को पकड़ा है। जब्त गांजा की कीमत 14 लाख रुपए आंकी गई है। सिंघोड़ा पुलिस के अनुसार 6 जनवरी को छत्तीसगढ़-ओडिशा बॉर्डर पर ग्राम रेहटीखोल मे बाहनों की चेकिंग की जा रही थी। इसी दोरान ओउिशा की ओर से बिना नम्बर की गाड़ी को रोका गया।
पत्ता गोभी के आड़ में गांजे की तस्करी, 16 क्विंटल गांजा जब्त
जिले के धनवार बॉर्डर पर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. लाखों रूपये के गांजे के साथ आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने आरोपी से ट्रक और 16 क्विंटल गांजा जब्त किया है. पत्ता गोभी के आड़ में गांजे का जखीरा ले जाया जा रहा था.उत्तर प्रदेश में खपाने की तैयारी थी, लेकिन पुलिस ने तस्करों के मंसूबे पर पानी फेर दिया। पत्ता गोभी के नीचे बोरियों में गांजे के बंडल भरे हुए थे. तकरीबन 53 बोरे गांजे से भरा हुआ था। 16 क्विंटल गांजा बताया जा रहा है, जिसकी कीमत लाखों रुपये आंकी गई है. वाहन चालक ने बताया कि किसी व्यक्ति के द्वारा उसे रायपुर से लोड वाहन दी गई थी। उत्तर प्रदेश के जौनपुर ले जाकर छोडऩे की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसके एवज में उसे रुपए दिए गए थे. बलरामपुर जिले के बसंतपुर थाना पुलिस ने कार्रवाई की है।
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