महासमुंद। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा छत्तीसगढ़ में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग और उड़द की खरीदी आज से शुरू होगी। ख़रीदी 16 दिसंबर 2022 तक की जाएगी , जबकि अरहर की खरीदी 13 मार्च 2023 से 12 मई 2023 के मध्य होगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजधानी रायपुर स्थित अपने निवास से वर्चुअल कार्यक्रम (वीडियो कांफ्रेंसिंग) के ज़रिए ख़रीदी का शुभारंभ करेंगे। महासमुंद ज़िले में बसना ब्लॉक स्थित स्टेट वेयरहाउस गोदाम को उपार्जन केंद्र बनाया गया है। मुख्यमंत्री बसना के किसानों से बातचीत भी करेंगे।
किसानों से मूंग और उड़द की खरीदी 6600 प्रति क्विंटल की दर से तथा अरहर की खरीदी 7755 रुपए प्रति क्विंटल की दर से होगी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने किसानों के हित तथा मूंग ,उड़द और अरहर की खरीदी को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मंडी शुल्क और कृषक कल्याण शुल्क के भुगतान से पूर्णतः छूट दे दी है। प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान (पीएम आशा) के तहत राज्य में किसानों से समर्थन मूल्य पर उड़द, मूंग और अरहर की खरीदी की जाएगी। इसे लेकर पिछले माह से जोरो से तैयारियां शुरू कर दी गई थी।
छत्तीसगढ़ में मूंग ,उड़द और अरहर की खरीदी के लिए 20 जिलों के स्टेट वेयरहाउस के गोदाम को उपार्जन एवं भंडारण केंद्र के रूप में चयनित किया गया है। महासमुंद ज़िले में बसना ब्लॉक स्थित स्टेट वेयरहाउस गोदाम को उपार्जन केंद्र बनाया गया है।
वेयर हाउस के ये गोदाम डब्ल्यूआरडीए से प्रमाणित है। राज्य में मूंग, उड़द और अरहर की खेती करने वाले किसानों का एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीयन किया गया है। पंजीकृत किसानों से उड़द, मूंग और अरहर का उपार्जन की जानकारी एपीआई के माध्यम से नाफेड के ई-समृद्धि पोर्टल में साझा की गयी है ।
पूरे छत्तीसगढ़ में खरीफ सीजन 2022-23 में एक लाख 22 हजार हेक्टेयर में उड़द की खेती की गई है, जबकि मूंग की खेती 16 हजार 340 हेक्टेयर में और अरहर की खेती एक लाख 20 हजार 310 हेक्टेयर में की गई है। राज्य में उड़द का उत्पादन 48,800 टन, मूंग का 8980 टन तथा अरहर का 81,200 टन अनुमानित है, जिसमें से 12,200 टन उड़द, 2250 टन मूंग तथा 20,320 टन अरहर की खरीदी समर्थन मूल्य पर होना अनुमानित है। उड़द, मूंग अरहर की समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए बिलाईगढ़, गरियाबंद, बसना, दुर्ग, थाना -खम्हरिया, पंडरिया, राजनांदगांव, मुंगेली, मारवाही, घोड़ा सागर, कोरबा, राजपुर ,सूरजपुर, अंबिकापुर ,बगीचा, मनेंद्रगढ़ कोंडागांव, कांकेर लोहार सिंह -2 एवं नारायणपुर स्थित स्टेट वेयरहाउस गोदाम को उपार्जन केंद्र बनाया गया है।