रायपुर। प्रार्थी प्रमोद कुमार मारकण्डेय ने थाना गंज में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह जिला खैरागढ़-छुईखदान गण्डई का निवासी है। माह जुलाई 2022 में उत्तम मरकाम ने प्रार्थी की मुलाकात आशीष बंजारे ऊर्फ राहुल से फाफाडीह चौक रायपुर में कराई थी। जहां आशीष बंजारे ने प्रार्थी को रेलवे में ग्रुप डी की नौकरी करना है तो बताओ मेरी पहचान ऊपर के लोगों से है मैं तुम्हारी नौकरी लगवा सकता हूं कहा था। उसने रेलवे में नौकरी लगाने हेतु प्रार्थी से रेलवे के ग्रुप डी का भर्ती फॉर्म भरवाया एवं उसके दस्तावेज लेकर चला गया था। दूसरे दिन आशीष बंजारे उर्फ राहुल द्वारा रेल्वे में नौकरी लगाने हेतु जो मेडिकल होने वाला है उस हेतु प्रार्थी से पैसा मांग किया तथा कहा कि तुम मेरे नंबर में फोन-पे न कर उत्तम मरकाम के फोन नंबर पर फोन-पे करने के लिये कहा। तब प्रार्थी ने उत्तम मरकाम के मोबाईल नंबर 7067457075 में 50,000/- रूपये स्थानांतरण किया था। जिसके बाद उसके दूसरे दिन आशीष बंजारे उर्फ राहुल एवं मनोज शर्मा ने प्रार्थी को मेडिकल के लिये बिलासपुर के रेलवे हॉस्पिटल में बुलाया था, वहा प्रार्थी तथा एक अन्य व्यक्ति सुपेन्द्र मेरावी एवं अन्य लोगों का भी मेडिकल कराया था। मेडिकल होने के बाद आशीष बंजारे उर्फ राहुल ने प्रार्थी से पैसों की मांग किया गया जिस पर प्रार्थी ने अपने खाते से कुल 2,00,000/- रूपये निकाल कर नगद 2,00,000/- रूपये अशीष बंजारे को दिया था। मेडिकल होने के दूसरे दिन आशीष बंजारे ने प्रार्थी को और अतिरिक्त रकम दो उसके बाद ही तुम्हारा ज्वाईनिंग लेटर दूंगा कहा था। जिस पर प्रार्थी द्वारा आशीष बंजारे को 4,50,000/- रूपये डी.आर.एम ऑफिस के पास स्थित ओव्हर ब्रीज के नीचे दिया था। इस प्रकार प्रार्थी द्वारा आशीष बंजारे को कुल 7,00,000/- रूपये दिया गया। इसके बाद डी.आर.एम ऑफिस के अंदर से एक व्यक्ति आया जिसका नाम रमजान खान था जिनकों आशीष बंजारे उर्फ राहुल ने डी.आर.एम. ऑफिस का एक अधिकारी बताया था।
रमजान खान ने एक लिफाफा बंद लेटर प्रार्थी आशीष बंजारे के कार के अंदर दिया तथा प्रार्थी को लिफाफा डी.आर.एम. ऑफिस के अंदर खोलने से मना किया गया इसके कुछ देर बाद आशीष बंजारे ने उक्त लिफाफा को वापस प्रार्थी से वापस ले लिया और कहा कि जहां ज्वाईनिंग करना है वहां पर आज साहब नही है तो दूसरे दिन ज्वाईनिंग करने जायेंगे। आशीष बंजारे ने प्रार्थी को ज्वाईनिंग हेतु जिला गौरेला - पेण्ड्रा - मरवाही स्टेशन खोड्री में बुलाये और यही ज्वाईनिंग करना है कहा। खोड्री फाटक में उनके द्वारा प्रार्थी की मुलाकात नागेन्द्र नागरे एवं सोमनाथ साहू से कराया गया, नागेन्द्र नागरे एवं सोमनाथ साहू ने ज्वाइनिंग लेटर मांगा तो आशीष बजारे ने अपने पास रखे प्रार्थी के ज्वाइनिंग लेटर को नागेन्द्र नागरे को दिखाया। उसके बाद प्रार्थी दिनांक 07.07.2022 को खोड्री फाटक पहुंचकर नागेन्द्र नागरे को फोन किया तो उसने प्रार्थी से कहा कि जब मैं रहूंगा तभी तुम आना और मेरे जाने से पहले चले जाना। इसी दौरान प्रार्थी ने आशीष बंजारे को फोन किया तो उसने प्रार्थी से कहा कि आप लोगों का उपस्थिति डी.आर.एम ऑफिस में लग रहा है और 45 दिवस बाद आप लोगों को वेतन मिलना चालू हो जायेगा एवं अभी 03 महिना आप लोगों को ट्रेनिंग करना होगा और ज्यादा इस बारे में किसी से बातचीत मत करना नही तो काम बिगड़ जायेगा। जिससे प्रार्थी तथा अन्य व्यक्ति चुप हो गये और किसी से इस बारे में बातचीत नही किये। जिसके बाद प्रार्थी द्वारा आशीष बजारे से पूछताछ किया गया कि हमे न ही अभी तक वेतन मिला है और न ही हमारा ग्रुप डी का रिजल्ट आया है जिसपर आशीष बंजारे ने प्रार्थी को फोन पर बोला की 02 से 03 महिना लगेगा रिजल्ट आने में और प्रथम सूची में ही तुम्हारा और अन्य लोगो का नाम आ जायेगा कहा। जब ग्रुप डी का रिजल्ट का प्रथम सूची आया तो उसमें प्रार्थी का नाम नही था तब प्रार्थी अन्य लोग, सुपेन्द्र मेरावी, दिलेश्वर जुर्री एवं दुर्गेश के साथ जोगी बंगला पास आशीष बंजारे से मिलने पहुंचे। वहा आशीष बंजारे के साथ इमरान कादरी उर्फ भैरव, मनोज शर्मा, एजाजुद्दीन खान ऊर्फ इज्जु और रमजान भी वहां आये।
इमरान कादरी अपने आप को पुलिस वाला होना बताकर प्रार्थी तथा अन्य लोगों को अपना पुलिस का परिचय पत्र दिखाया, मनोज शर्मा स्वयं को डी.आर.एम आफिस का वरिष्ठ अधिकारी होना बताया, रमजान भी स्वयं को डी.आर.एम आफिस रायपुर में अधिकारी होना बताया तथा एजाजुद्दीन ने स्वयं को इमरान कादिर का करीबी व विश्वस्त सहायक होना बताया। मनोज शर्मा ने स्वयं को इन सबका हेड एवं डी.आर.एम आफिस बिलासपुर जोन का महाप्रबंधक होना बताया। वहां सभी ने आपस में चर्चा कर प्रार्थी तथा अन्य लोगों को विश्वास दिलाया कि अगली सूची में उनका नाम जरूर डलवा देने की बात कही । किन्तु प्रार्थी तथा अन्य लोगो का अन्य पांचों सूची में नाम नही था। इसके बाद उनके द्वारा आशीष बंजारे, इमरान कादरी, मनोज शर्मा से किसी भी चयन सूची में नाम नहीं आने के संबंध में पूछने पर घुमाने एवं गुमराह किया जाने लगा। जिसके बाद प्रार्थी तथा अन्य लोगों द्वारा आशीष बंजारे एवं इमरान कादरी के संबंध में पतासाजी किया गया तो उन्हें पता चला कि इनके द्वारा प्रार्थी के अलावा जीवन कुमार, बी. श्रीनिवास, धर्मा राव, पवन कुमार, दिलेश्वर जुर्री, प्रमोद कुमार मारकण्डे, कृष्णा तिवारी, राहुल कुमार साहू, खिलेश कुमार पटेल, दुर्गेश कुमार बरेट, सुपेन्द्र मेरावी, जयेन्द्र कुमार करसेल तथा हमित कुमार से भी पूर्व नियोजित तरीके से नौकरी लगवाने के नाम पर प्रति व्यक्ति 07 लाख रूपये के हिसाब से सभी से कुल 91,00,000/- रूपये लेकर ठगी किया गया है। जिस पर आरोपियों के विरूद्ध थाना गंज में अपराध क्रमांक 249/23 धारा 420, 34 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
लाखों रूपये की ठगी की घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल द्वारा गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर/अपराध श्री अभिषेक माहेश्वरी, उप पुलिस अधीक्षक क्राइम श्री दिनेश सिन्हा, नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली योगेश साहू, प्रभारी एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट एवं थाना प्रभारी गंज को आरोपियों की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना गंज पुलिस की संयुक्त पुलिस की टीम द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी सहित अन्य लोगों से विस्तृत पूछताछ करते हुए घटना में संलिप्त आरोपियों की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा प्रकरण में संलिप्त आरोपियों के छिपने के हर संभावित ठिकानों में रेड कार्यवाही करते हुए प्रकरण में संलिप्त आरोपी आशीष बंजारे उर्फ राहुल को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त 01 नग सी.पी.यू., 01 नग प्रिंटर, 01 नग की-बोर्ड एवं माउस, कनेक्शन वायर, 01 नग मोबाईल फोन तथा 06 नग खाली खाकी लिफाफा जप्त कर आरोपी के विरूद्ध कार्यवाही किया गया। प्रकरण में संलिप्त अन्य आरोपी फरार है, जिनकी पतासाजी कर गिरफ्तार करने के हर संभव प्रयास किये जा रहे है।
गिरफ्तार आरोपी- आशीष बंजारे उर्फ राहुल पिता सुभाष बंजारे उम्र 30 साल निवासी पुरानी बस्ती, देव चौक पानी टंकी के पास थाना उरला रायपुर।