दुर्लभ प्रजाति के दो मुंहे सांप का सौदा करने की कोशिश में चार पकड़ाए

Update: 2021-03-20 05:46 GMT

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 3 से 4 करोड़

रायपुर (जसेरि)। पुलिस ने 4 युवकों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया। ये रेड सैंड बोआ नाम का दुर्लभ सांप बेचने की कोशिश में ग्राहक की तलाश में घूम रहे थे। इस सांप को लोग दो मुंहे सांप के नाम से भी जानते हैं। भारत सरकार ने इस सांप को बेहद दुर्लभ प्रजाति में शामिल कर रखा है। रायपुर के सायबर सेल को सांप की तस्करी का इनपुट मिला था। 4 आरोपियों को पकड़कर अब वन विभाग के हवाले कर दिया गया है। अब आगे की कार्रवाई वन विभाग करेगा।

10 लाख में खरीदकर लाए थे तस्कर

सायबर सेल के प्रभरी रमाकांत साहू ने बताया कि हमारी टीम ने सिविल लाईन थाना इलाके के त शिव चौक पुराना राजेन्द्र नगर स्थित एक मकान में छापा मारा। यहां से हमने 4 युवकों को पकड़ा जो कि केरल के रहने वाले थे। मकान के कमरों की तलाशी लेने पर एक ड्रम में दुर्लभ प्रजाति का सांप रेड सैंड बोआ रखा था। लड़कों ने अपना नाम किरन आरपी, राज किरन, रिनु बी बताया।

सांप के बारे पूछने पर पता चला कि आंध्र प्रदेश के चित्तूर से 10 लाख रूपये में इन्होंने ये सांप खरीदा था। रायपुर में 30 लाख रुपए में ये सांप बेचना चाहते थे। आरोपी रायपुर में ही रहते हैं यहां वॉल पेंटिंग का काम करते हैं। ये कुछ लोगों से सांप बेचने को लेकर संपर्क कर रहे थे। इसकी जानकारी पुलिस के पास पहुंची और फिर इन्हें पकड़ा गया। पुलिस ने इनके मोबाइल फोन और अर्टिगा कार को भी जप्त कर लिया है।

अंतराष्ट्रीय बाजारों में डिमांड

अंतराष्ट्रीय बाजारों में इस सांप की कीमत 2 से 3 करोड़ रुपए है। सांपों के संरक्षण का काम करने वाली संस्था नोवा नेचर के मोइज ने बताया कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की वजह से इस बात की चर्चा है कि तंत्र क्रिया करने में इस सांप का इस्तेमाल होता है। चीन में इस सांप से कैंसर की दवा बनाने का काम होने की बातें भी सामने आती हैं। यही वजह है कि इंटरनेशनल मार्केट में इस सांप की डिमांड है।

बच निकलते है खरीदार

रायपुर पुलिस ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि इन तस्करों ने सांप की डील किसके साथ की थी। सूत्रों की मानें तो 10 लाख रुपए में तस्करों ने यूं ही सांप नहीं खरीदा, बल्कि इस का खरीदार तय था। रायपुर के कुछ लोगों के संपर्क में भी ये आरोपी थे। मगर आधिकारिक तौर पर इस बात का खुलासा नहीं किया गया है कि खरीदार कौन था। स्नैक रेसक्यू करने वाले मोइज ने बताया कि ऐसे मामलों में हमने भी कभी खरीदार को उजागर होते नहीं देखा, वो कभी पकड़ में नहीं आते।

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