मुंगेली। वन परिक्षेत्र लोरमी के परसवारा सर्किल के कक्ष क्रमांक 1535 पीएफ में ‘सुअर बम’ की चपेट में आने से अचानकमार टाइगर रिजर्व के एसटीपीएफ का पैदल गार्ड घायल हो गया। यह विस्फोटक जंगली सुअर के शिकार के लिए लगाया गया था। घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। लोरमी वनपरिक्षेत्र के परसवारा सर्किल में शिकारियों द्वारा जंगली जानवरों को फंसाने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाए जाते हैं, लेकिन यह पहली बार है जब जानवरों के शिकार के लिए विस्फोटक बम का इस्तेमाल किया गया। ग्रामीण इसे ‘सुअर बम’ कह रहे हैं।
घायल गार्ड दामोदर राजपूत ने बताया कि वे अपनी टीम के साथ गश्त पर थे। कक्ष क्रमांक 1535 के पास जैसे ही उनका पैर बम पर पड़ा, तेज धमाका हुआ और वे दूर जा गिरे। धमाके की आवाज सुनकर साथी गार्ड उनके पास पहुंचे और उच्च अधिकारियों को घटना की जानकारी दी।
लोरमी वनपरिक्षेत्र अधिकारी क्रिस्टोफर कुजूर ने बताया कि घटनास्थल पर और बम होने की आशंका में छानबीन की गई, लेकिन अन्य विस्फोटक नहीं मिले। उन्होंने कहा कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है और शिकारियों की पहचान के प्रयास जारी हैं।