खाद्य विभाग ने राइस मिलों में दी दबिश

छग

Update: 2023-06-19 16:38 GMT
धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी समेत छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों से खरीदी केन्द्रों से छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान के उठाव करने के बाद कुछ राइस मिलर कस्टम मिलिंग के तहत समय पर चावल जमा नहीं करते। वहीं चावल जमा करने में हिलाहवाला करते हैं, ऐसे मिलरों पर शिकंजा कसने खाद्य विभाग ने सीधे राइसमिलों में दबिश देकर चावल व धान जब्ती की कार्रवाई की है, इससे ऐसे राइसमिलरों में हड़कंप मच गया है। कुछ राइस मिलरों के इस तरह के हरकतों के चलते खाद्य विभाग को पिछले कुछ सालों से इस तरह की कार्रवाई करना पड़ रहा है। खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान का जिले के पंजीकृत अरवा व उसना राइस मिलर्स को कस्टम मिलिंग के लिए धान प्रदाय किया गया है। जिला खाद्य अधिकारी बीके कोर्राम ने जानकारी देते हुए बताया कि खाद्य अमले द्वारा बीते दिनों जिले के राइसमिलों का आकस्मिक निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण में श्रीरामदेव मिनी राइस मिल धमतरी एवं किशन चावल उद्योग धमतरी द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान का उठाव किया गया हैं, किंतु उठाए गए धान के विरूद्ध निर्धारित अवधि में कस्टम मिलिंग का चावल जमा नहीं करना पाया गया। जिस पर खाद्य विभाग द्वारा कार्रवाई करते हुए छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश-2016 के नियमों का स्पष्ट उल्लंघन पाये जाने पर मौके पर श्रीरामदेव मिनी राइस मिल धमतरी से 4680 क्विंटल धान, 700 क्विंटल चावल जब्त किया गया। वहीं किशन चावल उद्योग धमतरी से 2603.20 क्विंटल धान की जब्ती की कार्रवाई की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि इस प्रकार की कार्रवाई भविष्य में निरंतर जारी रहेगी। उल्लेखनीय है कि जिला खाद्य विभाग ने पिछले साल भी इस तरह कई राइसमिलों में दबिश देकर सीधे राइसमिलों में निरीक्षण कर चावल व धान की जब्ती बनाई थी। इस तरह के सख्ती के बाद जिले के कई राइसमिलरों ने जिन्होंने समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान के उठाव करने के बाद कस्टम मिलिंग के तहत चावल जमा नहीं किया था, उन्होंने चावल जमा किया। इस साल भी कस्टम मिलिंग के तहत चावल जमा करने की प्रक्रिया अभी तक जारी है। मिलरों को चावल जमा करने एक निर्धारित समय दिया रहता है।
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