गरियाबंद। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विधानसभा निर्वाचन 2023 के लिए ई.सी.आई.एल. के इंजीनियरों द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का (एफएलसी) प्रथम स्तरीय जांच प्रारंभ किया गया। यह कार्य जिला मुख्यालय स्थित कृषि उपज मंडी परिसर के वेयरहाउस में 27 जून तक चलेगा। उप जिला निर्वाचन अधिकारी टीआर. देवांगन ने बताया कि एफ.एल.सी के तहत बीयू-1146 नग, सीयू-774 नग एवं वीवीपेट-1110 नग कुल 3030 मशीनों का जिले में एफएलसी (फर्स्ट लेवल चेकिंग) कार्य इलेक्ट्रानिक कार्पाेरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, हैदराबाद से आए 8 इंजिनियर्स द्वारा मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के समक्ष किया गया।
इससे पूर्व पुलिस अधिकारियों द्वारा सभी प्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रवेश के समय स्क्रीनिंग किया गया। जिसमें मोबाइल, कैमरा, स्पाय पेन, स्मार्ट वॉच सहित किसी भी अन्य प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को बाहर ही जमा कराया गया। एफएलसी के दौरान 5 प्रतिशत मशीनों में रैंडमली मॉकपाल किया जायेगा। 1 प्रतिशत मशीन में लोड टेस्ट होगा जिसमें 4 बी.यू को 1-1 सी.यू और वीवीपेट से जोड़कर वोटिंग कराया जायेगा। इस कार्य के लिए प्रतिदिन 5 मास्टर ट्रेनर्स, 25 भृत्य एवं 10 कोटवार की ड्यूटी जो मशीन की क्लिनिंग सहित अन्य कार्य करेंगे। एफएलसी के नोडल अधिकारी संयुक्त कलेक्टर नवीन कुमार भगत पूरी प्रक्रिया के दौरान उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि सहित जिला निर्वाचन कार्यालय एवं पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।