जगदलपुर। जंगल में आग लगना कोई नई घटना नहीं है। हर साल गर्मी का मौसम शुरु होते ही ऐसी घटनाएं सामने आने लगती हैं। बावजूद इसके प्रशासन न तो पहले से कोई इंतजाम करता है और न ही मौजूदा स्थिति को संभाल पाता है। बस्तर संभाग की बात करें तो ये पूरा इलाका जंगल के आगोश में है। ऐसे में आग की ये घटनाएं वन्यप्राणियों और आदिवासियों के लिए खासी मुसीबत का सबब है।
बता दें कि, अकेले कांगेर घाटी में 10 स्थानों पर आग लग गई है, जो बढ़ती ही जा रहीं है। हालांकि वन अमले के कर्मचारी आग बुझाने का प्रयास कर रहें हैं, वो भी झाड़ियों से। इस बारे में जब कांगेर वैली के डायरेक्टर से बात की तो उन्होंने बताया कि वो सेटेलाइट से मॉनिटरिंग कर रहे हैं और जहां भी आग लगने की स्थिति दिखाई देती है तो उसे तुरंत कंट्रोल करते हैं।