सुपोषित व एनीमिया मुक्त गरियाबंद की ओर तेजी से अग्रसर

Update: 2021-09-25 09:48 GMT

गरियाबंद। पोषण अभियान अंतर्गत राष्ट्रीय पोषण माह 2021 का आयोजन जिला गरियाबंद में 01 सितम्बर 2021 से 30 सितम्बर 2021 तक किया जा रहा है। राष्ट्रीय पोषण माह का मुख्य उद्देश्य कुपोषण एवं एनीमिया के स्तर में उल्लेखनीय कमी लाना तथा सुपोषित छत्तीसगढ़ की अवधारणा को साकार रूप देना है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के सुपोषित एवं कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ़ के सपनों को साकार करने में सुपोषित व एनिमिया मुक्त गरियाबंद की ओर जिला तेजी से अग्रसर हो रहा है। जिला गरियाबंद में किये गये विशेष प्रयास और कुपोषण मुक्ति गतिविधियों के कारण कुपोषण के दर में 1.5 प्रतिशत की कमी आई है। जहां अक्टूबर 2019 में कुपोषण की दर 19.93 प्रतिशत था, वहीं बीते माह यह प्रतिशत घटकर 18.34 प्रतिशत हो गया है।

महिला एवं बाल विकास विभाग अंतर्गत मनाये जा रहे राष्ट्रीय पोषण माह 2021 का एक प्रमुख उद्देश्य वजन त्यौहार के दौरान चिन्हांकित गंभीर कुपोषित बच्चो के फॉलोअप हेतु गृहभेंट कर लंबाई/ऊचाई एवं वजन का मापन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन एवं एएनएम द्वारा संयुक्त रूप से किया जाना है तथा चिन्हांकित गंभीर कुपोषित बच्चों की जानकारी तैयार की जानी है। पोषण माह के दौरान पौष्टिक सब्जियां, फलदार पौधों को घर की बाड़ियों/सामुदायिक बाड़ियों/खाली पड़ी भूमियों में रोपण करने के साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्रों, स्कूल भवनों, शासकीय भवनों में तथा नगरीय क्षेत्रों में घर की छतों पर पोषण वाटिका निर्माण के लिए प्रोत्साहित किया जाना है।

राष्ट्रीय पोषण माह हेतु 04 मुख्य थीम अनुसार गतिविधियां की जा रही है। जिसके अंतर्गत प्रथम सप्ताह में विभिन्न विभागों के सहयोग से आंगनबाड़ी केन्द्रों, स्कूलों, ग्राम पंचायतो एवं अन्य उपलब्ध सामुदायिक स्थानों पर पोषण वाटिका विकसित किया गया। इसके साथ ही गर्भवती माताओं को उचित पोषण प्राप्त हो इस उद्देश्य से विभाग द्वारा मातृ वंदना सप्ताह गतिविधि का आयोजन किया गया व गर्भवती माताओं का मातृ वंदना योजना अंतर्गत आवेदन भरवाया गया जिससे उन्हें आर्थिक सहायता प्राप्त हो सके। द्वितीय सप्ताह में पोषण हेतु योग एवं आयुष के सहयोग से विभिन्न समूहों यथा गर्भवती माता, बच्चे एवं किशोरी बालिका हेतु योग सत्रों का आयोजन किया गया। अन्तर्विभागीय समन्वय द्वारा बेहतर पोषण हेतु प्रसव पूर्व जांच एवं गर्भावस्था तथा स्तनपान के दौरान पोषण पर जागरूकता कार्यक्रम, स्थानीय त्यौहार ''तीज पर्व'' व गणेश चतुर्थी को पोषण एवं स्वास्थ्य विषयों सेे जोड़ते हुए गतिविधियां, आयोजित की गई। आयुष के माध्यम से गर्भावस्था में एनीमिया पर परामर्श सत्र का आयोजन किया गया साथ ही अतिरिक्त पौष्टिक आहार का वितरण किया गया। तृतीय सप्ताह में आंगनबाड़ी केन्द्रों के हितग्राहियों को पोषण किट वितरण, जागरूकता एवं परामर्श कार्यक्रम, पोषण में पुरूषों की सहभागिता विषय पर स्थानीय स्तर पर गतिविधियां, मिलेट जागरूकता वेबिनार, वीएचएसएनडी/गृहभेंट, स्व सहायता समूह की बैठक, बाल संदर्भ शिविर, स्कूल स्तरीय गतिविधियां जैसे रंगोली, चित्रकला, नारा लेखन, निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। आगामी चतुर्थ सप्ताह में राष्ट्रीय पोषण माह अंतर्गत गंभीर कुपोषित बच्चों के चिन्हांकन एवं प्रबंधन पर विभागीय अधिकारियों का प्रत्यास्मरण, पंचायत एवं स्थानीय निकाय प्रतिनिधियों का गंभीर कुपोषित बच्चों के चिन्हांकन एवं प्रबंधन पर उन्मुखीकरण, गंभीर कुपोषित को पोषाहार वितरण, पोषण पंचायत/नगरीय निकायों की बैठक, स्व-सहायता समूह की बैठक, व अन्य गतिविधियां विभागों के समन्वित सहयोग से की जाएगी। कलेक्टर श्री निलेश क्षीरसागर के मार्गदर्शन में वर्तमान में पोषण माह के प्रभावी सुचारू एवं परिणाम मूलक आयोजन एवं गतिविधियां समाज के प्रत्येक वर्गो की भागीदारी से संभव हो रहा है। साथ ही विभाग का सम्पूर्ण मैदानी अमला सुपोषित गरियाबंद एवं एनीमिया मुक्त गरियाबंद उद्देश्य की पूर्ति हेतु अभूतपूर्व प्रयास कर रहा है।

Tags:    

Similar News

-->