अंचल के किसान खुश, धान बेचने में नहीं हुई समस्या

Update: 2022-12-08 11:47 GMT

जशपुर। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीदी 01 नवम्बर से की जा रही है। इससे अंचल के किसान खुश है। जशपुर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बोकी निवासी किसान इलियस केरकेट्टा पहली बार धान बेचकर खुश हैं। उन्होंने बताया कि पहले धान बेचने के लिए पंजीयन नहीं हो पाया था जिले के कारण खुले मार्केट में धान बेचना पड़ता था। अब जिला प्रशासन ने उनका प्राथमिकता से पंजीयन किया है जिसके बाद नजदीक के आरा धान खरीदी केन्द्र में धान बेच पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष उनका धान बेचने के लिए 5.479 हेक्टेर का पंजीयन किया गया है। किसान इलियस केरकेट्टा ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ शासन किसानों को उनकी उपज का सही दाम दे रही है।

उल्लेखनीय है सभी उपार्जन केंद्रों में सुव्यवस्थित और निरंतर धान ख़रीदी की जा रही है। किसानों को अब धान बेचने घर बैठे ऑनलाइन टोकन प्राप्त करने की सुविधा दी गई है। पंजीकृत किसान को धान बेचने टोकन जारी करने की प्रक्रिया के सरलीकरण और सुव्यवस्थित प्रबंधन के उद्देश्य से एनआईसी द्वारा एन्ड्रॉयड एप ''किसान टोकन तुंहर हाथ'' विकसित किया गया है। इसके साथ ही राज्य शासन द्वारा इस बार ऑनलाइन टोकन की सुविधा प्रदान की गई है, इस ऐप से किसानों को घर बैठे आसानी से टोकन मिल जा रहा है इससे किसानों का समय भी बच रहा है और टोकन के लिए चक्कर लगाना नहीं पड़ा।

जशपुर जिले में धान खरीदी करने के लिए 38201 किसानों का पंजीयन किया गया है रकबा हेक्टेयर में 72537.11 है नया 6729 किसानों का पंजीयन किया गया। जिले के सभी 41 धान उपार्जन केन्द्रों में शासन के निर्देशानुसार समिति स्तर पर धान की सुरक्षा एवं रख रखाव हेतु तैयारी पूर्ण करायी जा चुकी है। बरसात से धान को बचाने के लिए कैपकवर की भी व्यवस्था की गई है गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य में धान खरीदी का महाभियान एक नवम्बर से प्रारंभ हुआ है। धान खरीदी का कार्य 31 जनवरी 2023 तक चलेगा। 

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