नारी शक्ति-भरोसे का सम्मेलन में बस्तर संभाग के जिलों द्वारा लगाई जा रही प्रदर्शनी
छग
जगदलपुर। लालबाग मैदान में आयोजित भरोसे का सम्मेलन कार्यक्रम में बस्तर संभाग के विभिन्न जिलों की ओर से जिले में महिला समूहों की ओर से किए जा रहे उल्लेखनीय कार्यों तथा नवाचार योजनाओं से संबंधित प्रदर्शनी का अवलोकन मुख्यमन्त्री भूपेश बघेल की ओर से किया जाएगा। प्रदर्शनी में फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से पूर्व प्रधानमंत्री पंडित नेहरू और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की बस्तर संभाग में की गई यात्राओं को भी छायाचित्रों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया है। इसके अलावा बस्तर कॉफी उत्पादन व प्रसंस्करण तकनीक का जीवंत प्रदर्शन, बस्तर कलागुड़ी हस्तशिल्प की ओर से लकड़ी की नक्काशी, जिला प्रशासन के नवाचार थिंक-बी से संबंद्ध माम्स फूड, पुलिस विभाग की सामुदायिक पुलिसिंग मनवा नवानार, टसर कोसा से धागाकरण व वस्त्र बुनाई, बस्तर फूड फर्म द्वारा महुआ की चाय और अन्य उत्पाद, वन विभाग के ईमली और काजू प्रसंस्करण निर्माण का प्रदर्शन किया गया है। इसी तरह सुकमा से शिल्पकला टेराकोटा और पुन: संचालित शालाएं, कांकेर जिले से सीताफल, जामुन, मैंगों पल्प, सीताफल आईस्क्रीम व शेक, नारायणपुर जिले से मिलेट्स उत्पाद और बांस शिल्प, कोंण्डागांव जिले से बेलमेटल ज्वेलरी, सजावटी सामान और कोकोनट कोल्ड प्रेस आयल, दंतेवाड़ा जिले से डेनेक्स द्वारा कपड़े सिलाई का कार्य और बीजापुर जिले से चिकी मिलेट्स प्रोसेसिंग के कार्य का प्रदर्शन किया गया है।
उल्लेखनीय है कि बस्तर कॉफी के उत्पादन की गतिविधि वर्ष 2016-17 से प्रारंभ की गई है। जिसमें महिला समूह के सदस्यों की ओर से लगभग 06 लाख रुपए वार्षिक सकल लाभ अर्जित की जा रही है। बस्तर कलागुड़ी हस्तशिल्प निर्माता संगठन की ओर से लकड़ी की नक्काशी का कार्य वर्ष 2021-22 से 40 सदस्यों के समूह की ओर से किया जा रहा है, जिसमें वार्षिक सकल लाभ 10 लाख रुपए अर्जित की जा रही है। इसी प्रकार माम्स फूड में 92 महिला सदस्यों की ओर से वर्ष 2021 में प्रारंभ की गई और समूह के द्वारा सालाना 32 लाख रुपए का लाभ अर्जित किया जा रहा है। सुकमा जिले के शिल्पकला टेराकोटा के 20 सदस्यों की ओर से वर्ष 2022-23 में प्रारंभ कर 14 लाख रुपए सालाना लाभ प्राप्त किया जा रहा है। कांकेर जिला के कांकेरवैली फ्रेश परियोजना अंतर्गत 250 महिला सदस्यों की ओर से संचालित प्रसंस्करण कार्य में सालाना 18 लाख 12 हजार रुपए से अधिक की कमाई की जाती है। नारायणपुर मिलेटस उत्पादन में 50 महिला सदस्यों की ओर से सालाना सकल लाभ 30 लाख अर्जित की जा रही है। कोंण्डागांव जिले के बेलमेटल ज्वेलरी से 20 लाख रुपए और सजावटी उत्पाद बनाने वाली महिला समूह की ओर से 15 लाख वार्षिक सकल लाभ प्राप्त किया जा रहा है। दंतेवाड़ा जिले में वर्ष 2020-21 सेे प्रारंभ की गई डेनक्स कपड़ा सिलाई कार्य में 850 महिला सदस्यों की ओर से 04 करोड़ का वार्षिक सकल लाभ अर्जित किया जा रहा है।