सारंगढ़ बिलाईगढ़। राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जिला स्तरीय प्रवर्तन दल की उन्मुखीकरण कार्यशाला सारंगढ़ में हुई। कार्यशाला में बताया गया कि भारत में प्रतिवर्ष तम्बाकू के रोग से साढ़े 13 लाख लोगों की मृत्यु होती है। सीएमएचओ डॉ. निराला ने तम्बाकू सेवन के दुष्प्रभाव-बीपी बढ़ना, मुंह-लंग्स में कैंसर, घर-परिवार में झगड़ा, मानसिक रोग के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि हमारा नया जिला है, यहां भी अन्य जिलों की तरह तम्बाकू मुक्त जिला हो। कार्यशाला में सिगरेट ओर अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम (कोटपा) 2003 और हुक्का बार को नियंत्रित करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संशोधित इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट अधिनियम 2019 के बारे में बताया गया। जिले में तम्बाकू और हुक्का बार को नियंत्रित करने के लिए प्रवर्तन दल के सदस्य विभाग-स्वास्थ्य, स्कूल शिक्षा, पुलिस, औषधि प्रशासन, राजस्व, परिवहन, विक्रय कर, नगरीय निकाय, ग्राम पंचायत के अधिकारियों-कर्मचारियों को कोटपा एक्ट की धारा-4,5,6,7 और कार्यवाही के बारे में बताया गया। इस अवसर पर संयुक्त कलेक्टर भागवत जायसवाल, जिला शिक्षा अधिकारी डेजी रानी जांगड़े सहित जिले के थानों से टीआई, एसआई सहित अन्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।