रायपुर। राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) द्वारा शुक्रवार को छत्तीसगढ़ राज्य के लिए राज्य ऋण संगोष्ठी 2023-24 का आयोजन नया रायपुर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में किया गया। क्षेत्रीय निदेशक भारतीय रिजर्व बैंक श्रीमती रेनी अजीत के मुख्य आतिथ्य और अध्यक्ष अपेक्स बैंक बैजनाथ चन्द्राकर की विशिष्ट उपस्थिति में स्टेट फोकस पेपर (2023-24) का अनावरण किया गया। मुख्य महाप्रबंधक नाबार्ड डॉ. ज्ञानेन्द्र मणि ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में 23 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाते हुए वर्ष 2023-24 के लिए राज्य के बैंक ऋण के लिए 46,057 करोड़ रूपए का अनुमान किया गया है। उन्होंने साख योजना प्रक्रिया में स्टेट फोकस पेपर के महत्व और नाबार्ड द्वारा राज्य में आधारभूत संरचना सुविधा के विकास, संवर्धन और विकासात्मक गतिविधियों के संबंध में शुरू की गई पहलों पर प्रकाश डाला।
क्षेत्रीय निदेशक भारतीय रिजर्व बैंक रेनी अजीत ने स्टेट फोकस पेपर के माध्यम से सतत विकास लक्ष्य ;ैक्ळ) या '2030 एजेंडा' को प्राप्त करने में नाबार्ड की भूमिका की सराहना की। उन्होंने नाबार्ड द्वारा अनुमानित प्रक्षेपण के अनुसार राज्य में जमीनी स्तर पर ऋण प्रवाह बढ़ाने के लिए सभी बैंकों से अपील की। छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ में कृषि और ग्रामीण आजीविका विकास के लिए नाबार्ड और राज्य सरकार की योजनाओं और गतिविधियों रेखांकित किया। उन्होंने राज्य मे जनजातीय विकास हेतु कोदो, कुदकी और रागी पर विशेष ध्यान देने पर ज़ोर दिया। निदेशक वित्तीय संस्था श्रीमती शीतल शाश्वत वर्मा ने बताया की ऋण के साथ-साथ उचित समय पर ऋण का मिलना विकास के लिए अति आवश्यक है। उन्होंने इसके अलावा दस आकांक्षी जिलों और एक उत्कर्ष जिले मे ऋण प्रवाह की अपार संभावनाओं को इंगित किया। कार्यक्रम में विशेष सचिव डॉ. तंबोली अय्याज, प्रबंध संचालक राज्य भंडार गृह निगम धर्मेश कुमार साहू, संयोजक राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति, डी के उपाध्याय, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक आई के गोहिल और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।