सुकमा। आदर्श ग्राम के रूप में चयनित ग्राम राजामुण्डा, केरलापाल और मराईगुड़ा (वन) में सभी मूलभूत सुविधाओं के साथ की शासन की योजनाओं का जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश कलेक्टर हरिस एस. ने समय-सीमा की बैठक में दिए। उन्होंने बेरोजगारी भत्ता के आवेदनों की समीक्षा करते हुए कहा कि भौतिक सत्यापन कार्य में देरी ना करें, सभी आवेदनों का नियमानुसार निराकरण की कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इस संबंध में उन्होंने तहीसलदारों को निर्देशित करते हुए कहा की आय प्रमाण पत्र बनाने में देरी न करें साथ ही इस कार्य के लिए कार्यालय में आवश्यक सामग्री की उपलब्धता की सुनिश्चित करने कहा। कलेक्टर ने 1 अप्रैल से प्रारंभ सामाजिक, आर्थिक सर्वेक्षण कार्य में शिक्षा विभाग को सहभागिता निभाने कहा। वहीं आदिवासी विकास विभाग को वनाधिकार पट्टों के आवेदनों का निराकरण कर शेष ग्रामों में जल्द पट्टा वितरण की कार्यवाही करने के निर्देश दिए। विभागों से मांग के आधार पर विभिन्न रंगों के पेंट उत्पादन करने कहा।
वहीं गोठानों में उत्पादित वर्मी कम्पोस्ट का भण्डारण व विक्रय की समीक्षा कर वर्मी उत्पादन में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। महिला व बाल विकास विभाग की समीक्षा में जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्र में बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करने तथा जिले में संचालित मुख्यमंत्री सुपोषण केन्द्र में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर कुपोषित बच्चों को केन्द्र के सुविधाओं का लाभ देकर लाभांवित करने के निर्देश दिए। इस कार्य के लिए चिकित्सकों को सप्ताह में एक दिन केन्द्र में जाकर बच्चों की प्रगति प्रतिवेदन बनाने कहा। विगत दिवस कलेक्टर की ओर से छिन्दगढ़ विकासखंड के मुख्यमंत्री सुपोषण केन्द्र में संचालित गतिविधियों और व्यवस्थाओं निरीक्षण किया गया था। कलेक्टर ने जिले में प्रारंभ निर्माण कार्य को समय सीमा में पूर्ण करने तथा अप्रारंभ कार्य को जल्द प्रारंभ करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर राजस्व प्रकरणों सीमांकन, नामांतरण, बंटवारा और स्कूली बच्चों के जाति प्रमाण पत्र निर्माण कार्य की स्थिति की समीक्षा की। इस अवसर पर एसडीएम सुकमा प्रीति दुर्गम, एसडीएम कोण्टा बनसिंह नेताम सहित जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थिति थे।