बिलासपुर। कानन पेंडारी जू के दैनिक वेतन भोगी ने बुधवार को काम नहीं किया और गेट क्रमांक दो के सामने बैठ गए। यह विरोध उन कर्मियों के समर्थन में था, जिन्हें ड्यूटी में पांच मिनट विलंब होने पर जू प्रबंधन ने प्रवेश से मना कर दिया। इस पर सभी कर्मचारी काम बंद कर बाहर निकल गए। डीएफओ से लेकर अन्य अधिकारियों ने समझाने की कोशिश की। लेकिन, वह काम पर नहीं लौटे।
कानन पेंडारी जू प्रबंधन ने कर्मियों के लिए ड्यूटी आने का समय निर्धारित किया है। इसके तहत उन्हें सुबह 8:30 बजे पहुंचना है। इस समय के बाद आने वाले कर्मचारियों को प्रवेश की अनुमति नहीं है। जू प्रबंधन ने सख्त फरमान जारी किया है। लेकिन, बुधवार को पांच दैनिक वेतन भोगी पांच मिनट विलंब से जू पहुंचे। इस पर उन्हें गेट पर ही रोक दिया गया। हालांकि कर्मचारियों ने केवल पांच मिनट देरी होने की बात कही। इसके बाद जू प्रबंधन ने उनकी नहीं सुनीं और नियम का हवाला देते रहे। पांचों कर्मचारियों ने अन्य कर्मचारियों के लिए उनके संघ के पदाधिकारियों को जानकारी दी। जिस पर अन्य कर्मचारी नाराज हो गए और सभी जू से बाहर निकलकर गेट पर बैठ गए। इधर कर्मचारियों के काम बंद करने से जू प्रबंधन हरकत में आ गया।
दरअसल इन कर्मचारियों के द्वारा जू के भीतर के सारे प्रमुख किए जाते हैं। यह पूरा कार्य प्रभावित होने लगा। जू की व्यवस्था बिगड़ गई। जिस पर अधिकारियों ने समझाने की कोशिश की और समय का महत्व बताने लगे। लेकिन, कर्मचारी नहीं माने। उनका कहना था कि पांच या 10 मिनट की देरी मायने नहीं रखती। इसके बाद भी जू प्रबंधन जानबूझकर उन्हें परेशान कर रहा है। यह उचित नहीं है। हर एक कर्मचारी पूरी ईमानदार से तय समय से ज्यादा काम करता है। हमेशा यह होता है कि ड्यूटी आफ होने के निर्धारित समय के बाद भी कर्मचारियों से कार्य कराया जाता है। इसके बाद वह काम करते हैं। लेकिन, प्रबंधन पांच मिनट या मिनट के समय को लेकर बेवजह कर्मचारियों को परेशान कर रहा है।