नशे कारोबारियों के निशाने पर राजधानी के संभ्रांत युवा

Update: 2021-06-09 05:27 GMT

नशीली टेबलेट, ड्रग की लत लगाकर चमका रहे धंधा

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी में नशे का कारोबार करने वाला डॉन शहर में खुलेआम अपना कारोबार चला रहा है। रायपुर के युवाओं की रगों में नशा दौड़ रहा है। शहर में चरस, अफीम, गांजा, नाइट्रोसेन नशीली गोली के साथ साथ बड़ी संख्या में शराब की तस्करी की जा रही है। ये सारे कारोबार पुलिस की नाक के नीचे से चले जा रहा है। नशे के कारोबार में डॉन का अब में टारगेट भी रईस परिवार के युवा बन गए है। रायपुर जिले में नशीले पदार्थों की तस्करी धड़ल्ले से होती जा रही है। इस अवैध धंधे में लगे लोग युवा पीढ़ी को अपना निशाना बना रहे है। रवि साहू के इलाके में घुसने से पहले उसकी इजाजत लेना पड़ता है। शहर का डॉन मुंबई की तर्ज पर अपने कारोबार को चला रहा है। नशीले गोलियों की तस्करी के मामले पकड़े भी जाते है, शहर में इस कारोबार के फैल रहे नेटवर्क को पुलिस तोड़ नहीं पा रही है।

पुलिस की नाक के नीचे चल रहा

पुलिस की नाक के नीचे धड़ल्ले से नशे का कारोबार हो रहा है। नशाखोरी और नशा तस्करी को लेकर पुलिस की कार्रवाई रस्म सिर्फ बेतुकी साबित हो रही है। गंज, कालीबाड़ी, नेहरू नगर, भवानी नगर, रामनगर शास्त्री बाजार, कालीनगर, बंजारी चौक, तेलीबांधा की बस्ती तो नशा तस्करी के लिए ही बदनाम है। फुटकर नशा बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई करके ही पुलिस अपने कंधे थपथपा रही है, लेकिन नशा तस्करी के सरगना पुलिस की गिरफ्त में नहीं आते। पॉश एरिया में भी नशा बेचने वालों को पुलिस का खौफ नहीं है।

चौक पर नशा तस्करों की चौकड़ी

कालीबाड़ी के आस-पास के लोगों ने बताया कि जिला हॉस्पिटल चौक पर रवि साहू के गुर्गे नशा बेचते हैं। इस तरह की शिकायतें कई बार सामने आई हैं। गांजे के साथ पकड़े गए आरोपी भी ये कुबूल कर लेते है कि वो रवि साहू के साथ काम करते है उसके बाद पुलिस ने उस इलाके में चेकिंग अभियान चलाया हालांकि कोई नशा तस्कर पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा। नशा तस्करी के साथ ही नशाखोरी के मामले भी खुलेआम देखे जा सकते हैं। बड़ी संख्या में कालीबाड़ी इलाके में युवक नशाखोरी करते देखे जा सकते हैं। युवाओं द्वारा नशे के लिए अब तो इंजेक्शन भी लिया जा रहा है।

स्कूली छात्र नशे की गिरफ्त में

रायपुर में स्कूली छात्र नशे की गिरफ्त में जा रहा है। अहम बात ये है कि यह नशा उन्हें स्कूल-कालेजों के पास खुलेआम उपलब्ध कराया जा रहा है। शहर के नामी शिक्षण संस्थानों में पढऩे वाले ये युवा-विद्यार्थी नशे की गिरफ्त में आते जा रहे है। जबकि पुलिस-प्रशासन इससे अनजान बना हुआ है। लोगों का कहना है कि शहर में कई गली-मुहल्लों में चरस व गांजे की पुडिय़ा इन दिनों डेढ़ से दो सौ रुपये में बेंची जा रही है। तमाम युवा इस नशे की लत को पड़कर अपना जीवन बर्बाद कर रहे है।

कालीबाड़ी में नशे की मंडी

कालीबाड़ी बस्ती में नशे का कारोबार खुलेआम होता है, पुलिस खुद इस बात से वाकिफ है। पिछले दिनों पुलिस की टीम बस्ती में छापेमारी के लिए गई थी, तो स्थानीय लोगों ने पुलिस को ही घेर लिया था। पुलिस डॉन के इलाके में ले जा नहीं पाती। सबसे बड़ी जानकरी कि शहर के डॉन को 3 बड़े पुलिस अधिकारियों का हाथ है जो उसे पुलिस विभाग की हर गतिविधि की ख़बरें एक मुखबिर की तरह उसे देते है। शहर को नशे की मंडी बनाने के पीछे 3 पुलिस अधिकारियों का सबसे बड़ा हाथ है।

भारी मात्रा में नशीली टेबलेट के साथ एक गिरफ्तार

राजधानी के मौदहापारा इलाके में पुलिस ने बड़ी मात्रा में नशीली टेबलेट के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया। उसके पास से 680 नशीली टेबलेट और बाइक जब्त की है। मिली जानकारी के अनुसार 7 जून को शाम 6:30 बजे पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर रजबंधा मैदान मौदहापारा के पास खड़े संदिग्ध व्यक्ति को पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ा। पुछताछ करने पर उसने अपना नाम धीरेन्द्र बाग 20 वर्ष निवासी वार्ड क्रमांक 56 साइनगर सिविल लाइन बताया।

आरोपी व उसकी बाइक क्रमांक सीजी 04 केडी 6207 की तलाशी लेने पर डिक्की के अंदर एक सफेद थैला में कुल 680 नशीली टेबलेट बरामद होने पर उसे जब्त कर लिया है। नशीली टेबलेट की अनुमानित कीमत 3706 रूपए आंकी गई है। आरोपी के कब्जे से एक बाइक व नशीली टेबलेट जब्त कर उसके खिलाफ नारकोटिक्स एक्ट की धारा 22 ख के तहत अपराध कायम कर हिरासत में लिया है।

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