मलेरिया मुक्त प्रदेश अभियान का आठवां चरण, घर-घर जाकर लोगों को करेंगे जागरूक

छग

Update: 2023-06-13 18:12 GMT
कांकेर। छत्तीसगढ़ राज्य को मलेरिया मुक्त बनाने के लिए मलेरिया मुक्त अभियान के आठवें चरण की शुरूआत 15 जून से 10 जुलाई तक चलायी जाएगी। राज्य सरकार द्वारा मलेरिया को समूल नष्ट करने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रदेश में यह अभियान लगातार चलाया जा रहा है, जिसके तहत कांकेर जिले में भी ऐसे गांव जहां मलेरिया धनात्मक प्रकरणों की संख्या अधिक है, वहां यह अभियान चलाया जायेगा। इस अभियान के साथ-साथ सघन कुष्ठ खोज व राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान भी चलाया जाएगा।
इस अभियान के संबंध में मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.अविनाश खरे ने जानकारी देते हुए कहा कि पिछले अभियान में ऐसे मलेरिया धनात्मक प्रकरण भी मिले हैं, जिनमें मलेरिया के कोई भी लक्षण नहीं पाए गए थे। ऐसे मरीज से मलेरिया परजीवी अन्य स्वस्थ व्यक्ति को भी संक्रमित कर सकता है। समुदाय से मलेरिया परजीवी को समूल नष्ट करने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। सर्वे के दौरान पाए गए रोगियों को पूर्ण उपचार देकर परजीवी को नष्ट किया जा सकता है, साथ ही मलेरिया धनात्मक क्षेत्रों में रहने वाले सभी व्यक्तियों को मच्छरदानी के नियमित उपयोग तथा मलेरिया लार्वा स़्त्रोत नियऩ्त्रण गतिविधियों के क्रियान्वयन से संबंधित क्षेत्र को मलेरिया मुक्त किया जा सकता है। सघन कुष्ठ रोग अभियान की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि समुदाय में कुष्ठ उन्मूलन हेतु सघन सर्वे के माध्यम से मितानित द्वारा घर-घर जाकर संभावित मरीजों की पहचान की जाएगी। इन मरीजों की जांच चिकित्सा अधिकारी कि ओर से किया जाएगा तथा कुष्ठ रोग की पुष्टि होने पर ऐसे मरीजों का उपचार प्रारंभ कर सतत निगरानी की जाएगी।
मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. खरे ने राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान के बारे मे जानकारी देते हुए बताया कि अभियान के दौरान ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक द्वारा घर-घर सर्वे कर ऐसे व्यक्ति की पहचान की जाएगी, जिन्हें देखने मे कोई समस्या हो या नेत्र संबंधी किसी भी प्रकार की परेशानी हो। ऐसे मरीजों को नेत्र सहायक अधिकारी द्वारा परीक्षण कर उन्हें चश्मे का नंबर देंगे तथा मोतियाबिंद की पुष्टि होने या अन्य नेत्र रोग होने पर उनका उपचार भी करेंगे। कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए डॉ. खरे ने संबंधित नोडल चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि इस अभियान में प्रत्येक स्तर पर गुणवत्तापूर्ण सर्वे का ध्यान रखा जाएं। निर्धारित लक्ष्य अनुसार जमीनी स्तर पर सभी मितानिन व ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक को प्रशिक्षण देकर उन्हें पर्याप्त औषधि उपकरण एवं अन्य समाग्री प्रदान की जाएं। कार्यक्रम के दौरान रिपोर्ट एवं प्रतिवेदन भी निर्धारित प्रपत्र में समयानुसार दिया जाएं । अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए आज प्रशिक्षण भी दिया गया, जिसमें जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला मलेरिया अधिकारी, जिला कुष्ठ अधिकारी, जिला मलेरिया सलाहकार, सभी विकासखंड के खंड चिकित्सा अधिकारी, खंड विस्तार प्रशिक्षण अधिकारी, विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक, ब्लाक डाटा मैनेजर, एन एम ए, मितानिन समन्वयक उपस्थित थे।
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