रायपुर। ईडी की कार्रवाई को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर तीखा बयान दिया है। सीएम बघेल ने कहा है कि, जिनके यहां छापा मारा गया है, सभी की जानकारी बताए ईडी। सब के संबंध में अलग-अलग जानकारी ईडी को बताना चाहिए।
सीएम बघेल ने सवाल उठाया कि, नान घोटाला मामले की जांच ईडी क्यों नहीं करती? डॉ. रमन सिंह से पूछताछ क्यों नहीं हुआ? उन्होंने कहा कि, कार्यकर्ताओं के यहां कितनी संपत्ति जब्त हुई खुलासा करे ईडी। बघेल ने कहा कि, प्रदेश की जनता का विश्वास सरकार के काम पर है। छत्तीसगढ़ की जनता में ईडी की कार्रवाई का कोई प्रभाव नहीं है। उन्होंने कहा कि, छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है, सभी क्षेत्रों में राजस्व में वृद्धि हुई है। प्रदेश के किसानों की आय बढ़ी है, हमारा वित्तीय प्रबंधन बाकी राज्यों से अच्छा है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि, दरअसल भाजपा को राज्य का विकास बर्दाश्त नहीं हो रहा है।
51.40 करोड़ रुपये की संपत्ति की कुर्क
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को कहा कि उसने छत्तीसगढ़ में हुए अवैध कोयला उगाही घोटाले में 51.40 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। ईडी के अनुसार, 90 अचल संपत्तियां, लग्जरी वाहन, आभूषण और नकदी आईएएस रानू साहू और सूर्यकांत तिवारी, विधायक देवेंद्र यादव और चंद्रदेव प्रसाद राय, आरपी सिंह, विनोद तिवारी और राम गोपाल अग्रवाल की है। जांच के दौरान, सूर्यकांत तिवारी के साथ उपरोक्त व्यक्तियों के वित्तीय संबंधों का प्रत्यक्ष प्रमाण स्थापित किया गया था और पीएमएलए 2002 के तहत कुर्की की कार्यवाही के लिए अपराध की आय या समकक्ष संपत्ति के स्तर से बनाई गई संपत्ति की पहचान की गई थी। इससे पहले, ईडी ने सूर्यकांत तिवारी, आईएएस समीर विश्नोई और सौम्या चौरसिया, सुनील अग्रवाल और अन्य की 170 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी। इस मामले में कुल कुर्की 221.5 करोड़ रुपए हो गई है। ईडी ने आयकर विभाग की शिकायत पर दर्ज एफआईआर के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की। 145 से अधिक परिसरों में तलाशी ली गई है और अब तक पीएमएलए के तहत किसी भी आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया गया है। ये सभी न्यायिक हिरासत में हैं। सूर्यकांत तिवारी, चौरसिया, विश्नोई और अन्य के खिलाफ पीएमएलए अदालत में अभियोजन पक्ष की दो शिकायतें दायर की गई हैं। ईडी की जांच में यह सामने आया है कि इस जबरन वसूली रैकेट में 540 करोड़ रुपये के अपराध की आय अर्जित की गई थी। वही विधायक देवेंद्र यादव के प्रतिनिधि बादल सिंह ने जनता से रिश्ता के संवाददाता को बताया कि किसी भी प्रकार की संपत्ति जब्त नहीं की गई है. और ना नहीं संपत्ति अटैच करने के बारे में सूचना दी है. इससे पहले मिली ED की नोटिस का जवाब विधायक द्वारा दिया गया है.
यह खबर जनता से रिश्ता द्वारा संपादित नहीं की गई है. ED ने आधिकारिक रूप से बयान जारी किया है. एजेंसी द्वारा सम्पूर्ण जानकारी ऑफिशियल ट्विटर में दिया गया है.