रायगढ़ raigarh news । बीती रात से हो रही भारी बारिश के चलते केलो डैम से जल निकासी के लिए 4 गेट खोले जा रहे हैं। इस बारे में जानकारी देते हुए ईई केलो परियोजना मनीष गुप्ता ने बताया कि केलो के 4 गेट 25-25 सेमी खोले जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि केलो डैम से छोड़ा जा रहा पानी नदी के रास्ते निकल जायेगा हालांकि पानी के बहाव के चलते मरीन ड्राइव और चक्रपथ और नदी से लगे मार्गों में पानी भरने की संभावना हो सकती है। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने नगर निगम आयुक्त, एसडीएम रायगढ़ और नगर पुलिस अधीक्षक को जरूरी ऐहतियाती इंतजाम करने के लिए निर्देश किया है। chhattisgarh
chhattisgarh news उन्होंने लोगों से मरीन ड्राइव और चक्रपथ से आवाजाही के दौरान सतर्कता बरतने और सतह पर पानी आने पर वहां से आवागमन न करने की अपील की है। इसके साथ ही पानी के तेज बहाव को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से नहाने या किसी अन्य प्रयोजन से नदी में नहीं उतरने की भी अपील लोगों से की गई।
जलभराव से राहत के लिए नगर निगम की टीमें प्रभावित इलाकों में जुटी
शहर में बीती रात से भारी बारिश के चलते कई जगहों पर जल भराव की स्थिति निर्मित हुई है। कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने नगर निगम आयुक्त श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी को प्रभावित इलाकों में आपदा राहत कार्यों के लिए निर्देशित किया है।
नगर निगम की टीम सुबह 07 बजे से ही प्रभावित इलाकों में जल निकासी की व्यवस्था बनाने में जुटा हुआ है। नगर निगम आयुक्त श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी ने बताया कि नगर निगम अधिकारी-कर्मचारी सहित सफाई अमले सहित 200 से अधिक लोगों को टीमों में बांटकर काम किया जा रहा है। 4 जेसीबी और 1 पोकलेन भी लगाई गई हैं। शहर में वार्ड नंबर 02 धांगरडीपा, वार्ड नंबर 03 संजय मैदान के पीछे, खेत पारा, बंगला पारा, भगवानपुर, वृंदावन कॉलोनी के पीछे, पैठु डबरी इलाकों में पानी निकासी की व्यवस्था के लिए टीमें काम कर रही है। जिससे जल भराव की समस्या को दूर किया जा सके।
नगर निगम आयुक्त चंद्रवंशी ने बताया कि धांगरडीपा, पैठू डबरी, खेत पारा, रेलवे अंडर ब्रिज में निकासी की व्यवस्था बना कर जल जमाव दूर किया गया है। विनोबा नगर और मोदी नगर में जल निकासी के लिए काम किया जा रहा है। जहां नालियों से पानी निकालने की व्यवस्था में दिक्कत होगी वहां पम्प के माध्यम से पानी खाली करने की तैयारी भी रखी गई है। उन्होंने आगे बताया कि अभी पूरे शहर में जहां-जहां जल भराव की स्थिति है उसे दूर करने के लिए कार्य किया जा रहा है। लोगों को यदि शिफ्ट करने की जरूरत हुई तो सामुदायिक भवनों में उसकी तैयारी भी रखी गई है।