न्यू ईयर पार्टी के लिए मेट्रो सिटी से पहुंच रहीं कॉलगर्ल, ड्रग की सप्लाई कर रहीं युवतियां
पुलिस की नजरों से बचने डिलिवरी वाहनो व दुपहिया से ड्रग की सप्लाई
क्रिसमस और न्यू ईयर की पार्टियों के लिए ड्रग की बढ़ी डिमांड
रायपुर। राजधानी में ड्रग्स की तस्करी पर अंकुश नहीं लग रहा है। हालांकि अब पुलिस की सख्ती के बाद तस्कर अब ड्रग का स्टॉक सीधे राजधानी के भीतर पहुंचाने के बजाय आऊटर में नए ठिकाने बनाकर कर रहे है। जहां से होटलों और क्लबों में और शौकीनों तक गुपचुप तरीके से ड्रग की सप्लाई की जा रही है। पुलिस भी इस बात की तस्दीक कर रही है लेकिन जिन रास्तों से राजधानी और उसके करीबी ठिकानों तक ड्रग पहुंचाया जा रहा है उन रास्तों को अब तक बंद नहीं किया जा सका है। क्रिसमस और न्यू ईयर की पार्टियों के लिए संबंधित ठिकानों तक ड्रग आसानी से पहुंच रहे है। होटलों में सामग्री पहुंचाने के माध्यम से ड्रग की सप्लाई की जा रही है।
तस्करों ने आउटर में बनाए ठिकाने
ड्रग माफिया लोगों ने ड्रग्स की तस्करी का कारोबार अब रायपुर शहर के भीतर और होटलों में नशे के सामान को पहुंचाने के लिए आउटर इलाकों को अपना अड्डा बना लिया है। इस बात की भनक अब तक पुलिस को भी नहीं है। शहर के भीतर चौक-चौराहों पर पुलिस की पैनी नजऱों से बचकर तस्कर होटलों में नशे का सामान नहीं पहुंचा सकते इस लिए शहर के आउटर इलाकों को अपना एक नया अड्डा बना लिया है। मुंबई और गोवा के ड्रग तस्करों द्वारा छत्तीसगढ़ में भी जाल फैलते जा रहा है। ड्रग तस्कर राजधानी के चार-पांच हुक्का बार और पब में संचालकों की मांग पर हर हफ्ते चरस के साथ-साथ और भी नशे के सामानों की आपूर्ति करवाते है। महीने में करीब 10 किलो चरस की आपूर्ति महंगे होटलों में हो रही है।
युवतियों के जरिए सप्लाई
हेरोइन की सप्लाई युवतियों के माध्यम से कोरियर की तर्ज पर की जा रही है। तस्कर युवतियों को नशे की खेप देते हैं और जिस स्थान पर नशा भेजा जाना है उसका पता दे दिया जाता है। युवतियों को यह पता नहीं होता है कि गिरोह का सरगना कौन है। ताकि पुलिस पकड़ भी ले तो सरगना का खुलासा ना हों। उसे सिर्फ डिलीवरी भेजने तक रखा जाता है। ड्रग्स मुंबई, दिल्ली, पंजाब जैसे बड़े शहरों तक ड्रग माफिया तस्करों के गुर्गों का जाल फैला है। नशे की खेप दिल्ली से मुंबई और मुंबई से रायपुर सड़कों के माध्यम से युवतियां पहुंचाती है। इन तस्करों के गिरोह में युवतियां ही मुख्य पैडलर है। युवतियों और महिलाओं पर पुलिस भी शक कम करती है। जिसका फायदा ड्रग माफिया के लोग उठाते है। नागपुर के रास्ते से चरस की बड़ी खेप हर हफ्ते रायपुर में कूरियर गर्ल लेकर आती है। हर बार कूरियर गर्ल बदल जाती है। कूरियर गर्ल को केवल जगह का नाम, संपर्क नंबर दिया जाता है। पुलिस की नजरों से बचने के लिए ये तस्कर वाट्सएप कॉलिंग पर बात करते है। चरस की आपूर्ति कहां करनी है, यह मैसेज कर पूछते है।
होटलों क्लबों में पार्टियों की तैयारी
होटलों और क्लबों में क्रिसमस और न्यू ईयर की पतियों की तैयारी चालू हो चुकी है। आए दिन गांजा, चरस, अफीम, ड्रग्स, हेरोइन जैसे नशे के सामान अलग-अलग माध्यम से रायपुर शहर के बाहरी और भीतरी हिस्सों में आ रहे है। विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय मार्केट में एक किलो हेरोइन की कीमत पांच करोड़ रुपये है। एक ग्राम हेरोइन पांच से दस हजार रुपये में बिकती है। हेरोइन की क्वालिटी अलग-अलग है। उसी के हिसाब से उसकी मार्केट वेल्यू लगती है। ज्यादातर तस्कर हेरोइन को एक ग्राम की पुडिय़ा बनाकर बेचते हैं। डीजे की रंगीन लाइट, शराब और हुक्के में कई तरह के मादक पदार्थ रायपुर में नए साल की रात का जश्न बनने वाले है। जिसकी पूरी तैयारी की जा रही है। क्रिसमस और नए साल में नशे की पार्टी करने के लिए शहर के वीआईपी रोड स्थित सभी बड़े-बड़े होटलों और क्लबों में नशे की खेप रोज पहुंच रही है। रायपुर जिले में आसानी से नशे की खेप आ रही है। इसको खेप को पहुंचने में कोई तकलीफ भी नहीं हो रही है। अब अफीम, कोकीन, गांजे की बड़ी खेप रायपुर के होटलों में पहुंच रही है। इन सभी नशे की पार्टियों में पर्याप्त नशे का सामान रोज किसी न किसी साधन के जरिए पहुंच रहा है। पुलिस को इस बात की भनक ना हो इसके लिए नशे का कारोबारी कुछ छुटभैय्या नेताओं का सहारा भी ली रहे है जिससे उन्हें अपने नशे के सामान की सप्लाई करवाने में आसानी हो।
सामान पहुंचाने वाले वाहनों से पहुंच रही ड्रग
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में काफी तेजी से नशे का कारोबार फैलता जा रहा है। यहां सक्रिय कई गैंग दूसरे राज्यों से नशे का सामान लाकर यहां खपाने की कोशिश कर रहे हैं। आए दिन गांजा और नशीली दवाओं की खेप पुलिस जब्त कर रही है। मगर उसके बाद भी ड्रग्स लाने वाले तस्करों ने एक और नया और नायब तरीका ड्रग्स तस्करी में इस्तेमाल किया है। रेस्टोरेंट में खाने के सामान के लिए राशन, सब्जी और भी दैनिक आवश्यकता की चीज़े मंगाई जाती है। तस्करों ने अब इन्ही गाडिय़ों में ड्रग्स लाने की तैयारी शुरू कर दी है। किसी भी रेस्टोरेंट का निर्माण कार्य पूरा हो रहा है उसके लिए अगर सीमेंट के बोरियों की जरुरत है तो ड्रग तस्कर उन बोरियों में गांजा भरवाकर भिजवा देते है। ताकि पुलिस की आँखों में धुल झोंक कर अपना काल कारोबार चलाया जा सके।
पार्टियों के लिए गोवा मुंबई से हायर किये जा रहे महंगे डीजे
ड्रग पार्टी में डीज़े की आवाज पर थिरकने के लिए गोवा और मुंबई से डीजे मंगवाया जा रहा है। राजधानी में नशे के शौकीनों को रातभर पार्टी करने के लिए और खुद को नशे में मदहोश रखने के लिए गोवा और मुंबई से महंगे डीजे लगवाने की भी तैयारी की जा रही है। शहर में होटल और पब होने से रईसजादे वही पार्टी करने पहुंचते है। और पार्टी में डीजे की धुन में लोग झूमने के लिए इस बार बड़ी मात्रा में खर्चा कर ड्रग माफिया लोगों ने महंगे डीजे का आयोजन भी किया जा रहा है। नशा हो लेकिन डीजे ना हो तो सब फीके पड़ जाते हैं। क्रिसमस और न्यू ईयर के ख़ास पार्टी में डीजे के आने से सभी लोग झुमने वाले है। मुंबई और गोवा के डीजे भी कई तरह के होते हैं। कुछ खास और अमीर लोग ही नशे की पार्टी को और भी मनोरंजक बनाने के लिए महंगे डीजे को बुक करने वाले है। गोवा-मुंबई में नशा पार्टियों में डीजे को लेकर एक अलग तरह का उत्साह देखा जा सकता है। लेकिन सिर्फ मुंबई और गोवा में ही ऐसे डीजे वाले हैं जो डीजे के लिए मोटी फीस लेते हैं और वो भी इतनी की कोई सोच भी नहीं सकता।
मेट्रो सिटी से पहुंच रही कॉलगर्ल
नववर्ष का जश्न मनाने के लिए इमारतों और होटलों की छतों पर चलने वाली पार्टी की आड़ में रेव पार्टी चलने की आशंका है। पार्टी की शान बढ़ाने के लिए मुंबई से कॉल गर्ल बुलाई जाने वाली है। इस बार युवा नशे की पार्टी के साथ-साथ कुछ रेव पार्टी जैसा माहौल भी बनने वाले है। जिसमें मेट्रो सिटी से कॉल गर्ल को बुलाया जा रहा है। नशे के घालमेल ने रेव पार्टी का भी उसूल बदल दिया है। पहले यह खुले में होता था अब छिपकर होने लगा है। नशीले पदार्थ बेचने वालों के लिए ये रेव पार्टियाँ धंधे की सबसे मुफीद जगह बन गई हैं। पुलिस की अधिक चौकसी की वजह से वीआईपी रोड की रेव पार्टियों के मतवालों को दूर जाकर अपना यह शौक पूरा करना नहीं होगा है। क्योंकि इस बार रेव पार्टी में मेट्रो सिटी से कॉल गर्ल लेकर आया जा रहा है। जिसमें रेव पार्टी खुलेआम चलने वाली है। रेव पार्टियों में ट्रांस म्यूजिक बजाने वाले मुंबई के डीजे हैं।