थम नहीं रहा नशे की पार्टियों का सिलसिला, ओडिशा-महाराष्ट्र से मादक पदार्थों की तस्करी

Update: 2021-06-24 05:26 GMT

वीआईपी रोड के होटलों में वीआईपी पार्टियां

आफताब फरिश्ता

रायपुर। राजधानी के वीआईपी रोड की सभी होटलें नशे में सरोबार हो रहे है, रोजाना युवा बड़ी-बड़ी होटलों में नशे की पार्टियां करते है। होटलों में नशीली पार्टी लगातार बढ़ते जा रहा है, नशे का कारोबार कब होगा बंद ? युवा पीढ़ी नशे के दलदल से आखिर कब बाहर निकलेगी ? आज नशा पूरे शहर के लिये चुनौती बना हुआ है। काफी पाबंदी के बाद भी लोग इसकी आगोश में आते जा रहे हैं। जिसका सीधा असर युवाओं पर साफ पड़ता दिख रहा है। नशे की समस्या से रायपुर भी अछूता नहीं रहा है। शहर में गांजा, अफीम आदि नशे का कारोबार तेजी बढ़ रहा है। जिससे युवा पीढ़ी की गिरफ्त में आती जा रही है। नशे का सेवन कर रहे युवा नशे में डूबते जा रहे हैं। राजधानी में नशे की पार्टी का क्रेज़ एक बार फिर से युवाओं में खुमार बनकर चढ़ा है। युवाओं में वीआईपी रोड की महंगी होटलों में नजऱे जमी हुई है। और हर दिन यहा हज़ारों युवा पार्टी करने आते है। ड्रग्स, अफीम और डोडा का कारोबार जोर-शोर से चले जा रहा है। उड़ीसा से ही गांजा छत्तीसगढ़ आता है और रायपुर की सड़कों से बाकी सभी राज्यों में जाता है। जनता से रिश्ता लगातार शराब बिक्री और नशे के कारोबार पर खबर प्रकाशित करता आ रहा है। जिस खबर का असर देखने को मिल रहा है। रवि साहू और आशिफ नेहरू नगर (गैंग) को क्यों नहीं पकड़ते साहब, दोनों तस्कर तो करोड़ो का गांजा और शराब बेचते है रायपुर के युवा पीढ़ी को खऱाब कर रहे है।

होटलों में होती महंगी नशे की पार्टी

वीआईपी रोड की होटलों में नशे की पार्टी का आयोजन होने लगा है। शनिवार और रविवार की वीकेंड के मौके पर युवाओं ने रात-भर जमकर पार्टी की और नशे में मदहोश होकर झूमते रहते है। सिर्फ होटलों नहीं बल्कि रेस्टोरेंटो, ढाबों और क्लबों में भी नशे की पार्टी आयोजित की जाती है। वहां चोरी छिपे शराब पिलाने के साथ अफीम, चरस और गांजा भी उपलब्ध कराया जाता है। ढाबे में ज्यादातर ट्रांसपोर्ट से जुड़े लोग या बड़ी गाडिय़ां चलाने वाले आते हैं। घरों से बाहर रहकर पढऩे वाले भी कई छात्र-छात्राएं अक्सर ढाबे में नशा करने ही पहुंचते है। नशे के सौदागर भी युवतियों में नशे का ट्रेंड देखकर ही अफीम, ड्रग्स बेचने के लिए महिलाओं और युवतियों का सहारा लेते है।

नशे से बढ़ रहे अपराध

राजधानी रायपुर के युवाओं में नशे का ट्रेंड बदल गया है। पहले जहां शराब, हुक्का, कफ सिरफ, टैबलेट, गांजा आदि का सेवन अधिक किया जाता था, अब इसकी जगह पर बड़े घरों के युवा कोकीन, ब्राउन शुगर आदि का डोज लेने लगे हैं। नए साल में इसके खपाने की शिकायतें अधिक होती हैं। ऐसे में रायपुर पुलिस एक बार फिर अलर्ट है। नशे के बदल रहा ट्रेंड काफी चिंताजनक है। इसकी वजह से चाकूबाजी, हत्या से लेकर अन्य तरह के अपराध भी बढ़ रहे हैं।

छुटभैय्या नेताओं का मिलता संरक्षण

नशा परोसने और खपाने का काम बड़े होटलों में चल रहा है, जिसमें कई रसूखदार शेयर होल्डर है, या जिनकी छुटभैया नेताओं की पहुंच वाले लोग है, ऐसे लोगों के संरक्षण में नशे का सामान युवक-युवतियों को परोसा जा रहा है। छुटभैय्या नेताओं के कारण ही ड्रग्स माफियों का कलेजा खुलकर ड्रग्स पार्टी के लिए पूरे भारत में इकलौता रायपुर शहर है जहां ड्रग्स पार्टी के लिए किसी और के कलेजे और हौसले के जरुरत नहीं हैं। शहर में ड्रग्स की पार्टी आए दिन गुले-गुलज़ार होने लगती है। वीआईपी रोड की सभी होटलों में नशे की पार्टियां निरंतर चलती रहती है। पुलिस के आने की सुचना जब नशे के सौदागरों को होती है तो वो पार्टी की जगह ही बदल देते है। पुलिस को दिखाने के लिए नार्मल जन्मदिन पार्टी जैसी करते है। लेकिन इसकी असलियत तो कुछ और ही होती है। रात भर वीआईपी में पार्टी करने वालों ने कानून को ठेंगा दिखाने का जुगाड़ ढूंढ लिया है।

8 किलो गांजे के साथ युवक गिरफ्तार

राजधानी के राजातालाब इलाके में एक युवक को अवैध मादक पदार्थ के साथ गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के पास से 8 किलो गांजा बरामद किया गया है। आरोपी के खिलाफ नारकोटिक्स एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। मिली जानकारी के अनुसार सिविल लाइन थाना पुलिस ने राजातालाब हास्पिटल के पास एक युवक को बैग में गांजा लेकर घुमने की सूचना पर मौके पर पहुंच गवाहों के बताए हुलिए के अनुसार एक व्यक्ति को घेराबंदी कर पकड़ा। आरोपी के बैग की तलाशी के दौरान 2 अलग-अलग पैकेट में 8 किलो गांजा अनुमानित कीमत 40 हजार रुपए, 200 रुपए नगदी और एक मोबाइल बरामद किया गया है। पकड़े गए आरोपी का नाम पता पूछने पर उसने अपना नाम उत्कर्ष सिंह 20 वर्ष निवासी रायबरेली उत्तरप्रदेश बताया है। आरोपी के खिलाफ नारकोटिक्स एक्ट की धारा 20 बी के तहत अपराध कायम कर हिरासत में लिया गया है।

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