पुलिस की नाकेबंदी से ड्रग पैडलर्स पस्त: भिलाई में पकड़ाई महिला पैडलर, राजधानी की होटलों-पार्टियों में पहुंचाती थी ड्रग्स

Update: 2020-10-14 07:17 GMT

ड्रग्स मामले में अब तक...

अब तक 12 पैडलरों की गिरफ्तारी से बड़े घरानों में हड़कंप

जयस्तंभ में चाकूबाजी को नशेडिय़ों से जोड़कर देखा जा रहा

बिरगांव के हर गली हर वार्ड में नशे का कारोबार बेरोक-टोक चालू

छुटभैय्या नेताओं ने संभाला मोर्चा

नदीम और लाला गैंग तक नहीं पहुंच पाई पुलिस

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। रायपुर में नशे के कारोबार पर पुलिस लगातार नकेल कसने के लिए उनके ठिकानों पर दबिश देकर ड्रग पैडलरों की नाकेबंदी कर दी है। हाल ही में एक महिला ड्रग पैडलर को गिरफ़्तार किया है। जिससे बड़े घरानों में ड्रग के शौकीनों की हालत पस्त हो गई है। ड्रग एडिक्टेड युवक-युवतियों के लिए भोजन नहीं मिलेगा तो चलेगा , लेकिन ड्रग नहीं मिलने से उनकी बेचैनी बढ़ जाती है। पुलिस की कार्रवाई से ड्रग पैड़लरों में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं राजधानी से लगे बिरगांव में बी शहरों जैसे शौकिए पैदा हो गए है। छुटभैया नेताओंं ने नशेडिय़ो नशे का सामान पहुंचाने का मोर्च संभाला हुआ है। जल्द से जल्द करोड़पति बनने के चाह में नेता गिरी के साथ नशे के तस्करों को शरण देकर भरपूर कमाई कर रहे है छुटभैया नेताओं की दोनों हाथ लड्डू है। तस्करों से ऐौने-पौने दाम पर नशे का सामान खरीद कर नशेडिय़ों को मुंहमांगी दाम पर बेच कर मालामाल हो रहे है। छुटभैया नेताओं को कानून कायदे की कोई परवाह नहीं है। बेखौफ खुलेआम नशा परोस रहे है।

दिन दहाड़े जयस्तंभ चौक में हुई हत्या की नशा से जोड़ कर देखा जा रहा

राजधानी के सबसे अधिक चहल-चहल वाले जयस्तंभ चौक पर सोमवार की शाम चाकूबाजी की घटना को बी पुलिस नसे के एंगल से जोड़कर देख रही है। क्योंकि नशे की हालत में नशेड़ी भी कुछ भी करने पर उतारू हो जाता है। विवाद की स्थिति न बने तो भी कई बार चाकू की घटनाएं सामने आई है। घायल युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। मामले में दो आरोपियों ने सरेंडर किया है। शफीक अली 20 साल और मोहसिन अली 25 साल ने आत्मसमपर्ण किया है। मामले में दो आरोपी अब भी फरार हैं। सोमवार को कार सवार चार लोग कोतवाली से जयस्तंभ चौक की तरफ जा रहे थे, तभी सड़क के किनारे दुकान लगाने वाले ने घूरने की बात कहकर कार में सवार एक युवक को चाकू मार दिया। इसके बाद वह फरार हो गया। शहर में हर दिन नशे के कारोबारियों पर पुलिस अपना शिकंजा कसते जा रही है इसी कड़ी में एक महिला ड्रग पैडलर को कोतवाली थाना पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। रायपुर में लगातार पुलिस ने नशे के कारोबार पर पहले भी कई बार कार्रवाई कर बड़ा खुलासा किया है। मगर जब से क्वींस क्लब में लॉकडाउन के दौरान पार्टी में गोली चली तब से रायपुर में ड्रग का एक एंगल पुलिस को मिला जिसकी वजह से अब तक 12 आरोपियों को पुलिस में गिरफ़्तार कर लिया है। जिसमें 11 युवक और एक युवती शामिल है। ये ड्रग पैडलर युवाओं की बड़ी-बड़ी पार्टियों में कोकीन और ड्रग्स सप्लाई करते थे। जिसका खुलासा पुलिस लगातार करती जा रही है। राजधानी में पकड़ाए ड्रग्स रैकेट के तार अब भी बड़े रैकेट जुडऩे लगे हैं ! पुलिस ने 11 गिरफ्तारियों और हफ्ते भर की जांच के बाद 11 अक्टूबर को बहुत बड़ा खुलासा किया था ! राजधानी की पार्टियों में दो युवतियां ही नशे के पैकेट अपने पास रखती थीं और परोसती थीं। इनमें से एक युवती गिरफ्तार हुए पैडलर की दोस्त है और 8 माह से उसके साथ लिव-इन में रह रही थी। दूसरी भी शहर की है। पुलिस ने दोनों की तलाश में आधा दर्जन जगह छापे मारी लेकिन वह नहीं मिली हैं। दोनों युवतियां सोशल मीडिया में काफी एक्टिव हैं और उनके अकाउंट पार्टियों और जश्न की तस्वीरों से भरे पड़े हैं। इस बीच, पूछताछ और मोबाइल की जांच में पुलिस को 5 और पैडलर के नाम पता चल गए हैं। पुलिस ने उन्हें ढूंढा और एक युवती को गिरफ़्तार कर लिया है।

ड्रग्स एंगल का निकल सकता है एक और एंगल

रायपुर में चल रहे ड्रग्स रैकेट मामले में सेक्स रैकेट का भी खुलासा हो सकता है मगर पुलिस इसकी तस्दीक नहीं कर रही है। पुलिस ने आज ड्रग्स रैकेट मामले में एक युवती को गिरफ़्तार किया और उस युवती के सोशल अकाउंट में बड़े-बड़े होटलों और डीजे पार्टियों की तस्वीरें भी पुलिस ने बरामद की है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ड्रग्स रैकेट में जो युवतियां पार्टियों में ड्रग्स का सेवन कराती थी वही युवतियां अपने ड्रग कस्टमर को दूसरी युवतियां प्रोवाइड करा रही थी। इस मामले में भी पुलिस ने अब तक कोई तस्दीक नहीं की है। सूत्रों से ये भी पता चला है कि दो-तीन लोगों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि ड्रग्स के साथ-साथ गिरोह सेक्स रैकेट भी चला रहा था, जिसे दोनों युवतियां लीड कर रही थीं। ये युवतियां नशा लेने वाले अपने कस्टमर को पार्टी में साथी उपलब्ध करवाती थीं। ऐसी 11 और युवतियों के मोबाइल नंबर पुलिस को मिले हैं, जिन्हें पैडलर बुलवाते थे। ये सभी राजधानी की ही हैं।

क्वींस क्लब पार्टी से हुए बड़े खुलासे

गौरतलब है कि 27 सितंबर की रात को लॉकडाउन के दौरान होटल क्वींस क्लब में आयोजित अवैध शराब पार्टी की वजह से काफी बड़े और रईस घराने के युवक और युवतियों के नाम सामने आये इस मामले में 14 आरोपी भी थे। इस शराब पार्टी के बाद से रायपुर में ड्रग स्पलाई समेत सभी मामलों में लड़कियों के नाम भी सामने लगे हैं। यह तस्वीर साफ होते जा रही है कि चाहे वो ड्रग डिलीवरी हो, होटल, नाइट क्लब या फार्म हाउस की पार्टी में ड्रग सप्लाई सभी जगह लेडी गैंग की संलिप्तता रही है। इस लेडी गैंग की लड़कियां किसी मास्टर माइंड से कम नहीं, पुलिस से बचने के पार्टी के आयोजक इस लेडी गैंग का इस्तेमाल करते हैं। और कही न कही ये ड्रग्स रैकेट का मामला अब सेक्स रैकेट का भी एंगल दे सकता है।

नशे के कारोबार में और भी खुलासे हुए है

छत्तीसगढ़ में नशे का कारोबार दिन पर दिन फल-फूल रहा है, नशे ने युवा पीढ़ी को अपने आगोश में ले रखा है। राजधानी रायपुर में शराब, गांजा, हेरोइन, चरस, हेरोइन, अफीम की तस्करी का खेल खुलेआम चल रहा है, नशे का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। शहर के अधिकांश लोग यहां से फोन पर कांटेक्ट कर माल की सप्लाई करते हैं। इसके लिए तस्करों ने महिलाओं और बच्चों को नियुक्त कर रखा है। तस्कर कई बार पकड़ जाते हैं मगर पुलिस की मिलीभगत के चलते कार्रवाई नहीं की जाती। नशेड़ी यहां खुलेआम धुंआ उड़ाते नजर आते हैं। पाँच सौ रूपये से लेकर दस हजार रूपए तक की खुराक वाले नशा का सामान राजधानी में उपलब्ध है। युवा नशे के सुरूर में मदमस्त रहना चाहते हैं। वर्तमान समय में नशा युवाओं को अपनी चपेट में पूरी तरह ले चुका है और परिजनों को इस बात की भनक तक नहीं है। नशे का कारोबारी महंगे होटलों, रेस्टोरेंटों और बार जैसी जगहों पर पार्टियों के नाम पर नशे का सामान परोस रहे है। रायपुर को नशे के कारोबारियों ने पूरी तरह से अपने शिकंजे में कस लिया है। पुलिस और नसे के कारोबारियों में पकड़ो-छोड़ों का खेल चल रहा है, पुलिस की लगातार कार्रवाई के नशे के सौदागरों में हड़कंप मचा हुआ है। नशे के कारोबारियों के ठिकानों पर पुलिस ने मुखबिर लगा दिए है। राजधानी नशे के सौदागरों के लिए सेफ जोन बनती जा रही है। यहां नीचे तबके से लेकर हाई प्रोफाइल लोगों के लिए अलग-अलग किस्म की नशे की सामग्री उपलब्ध हैं। 10 रुपए में बिकने वाले गांजे से लेकर 5-10 हजार रुपए प्रति ग्राम तक की कोकीन भी डिमांड पर उपलब्ध है। नशे के सौदागरों द्वारा डिमांड के आधार पर इसे मुंबई से मंगाया जा रहा है। इस महंगे नशे के ग्राहक बड़ी-बड़ी गाडिय़ों में घूमने वाले रईस हैं, जिनमें युवक-युवतियों से लेकर महिलाएं भी शामिल हैं। जिसके बाद रोजाना कई खुलासे हो रहे हैं। गिरफ्तार ड्रग पैडलर्स श्रीयांस झाबक और विकास बंछोर ने कान्हा के एक रिसोर्ट में बड़ी पार्टी ऑर्गेनाइज की थी। इस पार्टी में छत्तीसगढ़ के कई युवक-युवती शामिल हुए थे। व्हाट्सअप चैट के जरिये रिसॉर्ट की फोटो और सुविधाओं के बारे में जानकारी दी गई है। जानकारी देकर उसके एवज में मोटी रकम देकर बड़ी पार्टी आयोजित की गई थी।

रायपुर बना ड्रग माफियों का गढ़

रायपुर में नवयुवक नशे के इतने आदी हो गए है कि नहीं मिलने पर पागलपन सवार हो जाता है, जिसके कारण अपराध बढ़ रहे है। राजधानी की संड़ांध मारती गली-मोहल्लों में पुडिय़ाबाजों ने अड्डा बना रखा है, जहां से वह घरों में सप्लाई कर रहे है। खबरदारों का कहना है कि इसके पीछे पुलिस और छुटभैया नेताओं का हाथ है, जो उनसे अवैध वसूली कर उन्हें बचाने के लिए संरक्षण देकर गांजा के काले कारोबार को बढ़ावा दे रहे है। गली-मोहल्ले में नशे का कारोबार करने वाले हर महीने एक निर्धारित राशि अपने मोहल्ले के नेताओं को नजराना पेश करते है। ड्रग माफिया लोग कारोबार से जुड़े लोगों को एक विशेष नाम का उपयोग करते हैं और वे आपस में एक-दूसरे को उसी नाम से जानते थे। ड्रग्स का कारोबार सबसे पहले मिन्हाज मेमन ने बिलासपुर में शुरु किया था और कुछ दिनों बाद ही उसने अभिषेक उर्फ डेविड को अपने साथ इस व्यवसाय में शामिल कर लिया। दोनों इसी दौरान पुणे जाकर 2-3 बार ड्रग्स लेकर रायपुर व बिलासपुर में बेच चुके थे, लेकिन पैसों को लेकर दोनों के बीच अनबन हो गई थी इसलिये दोनों एक-दूसरे से अलग-अलग कारोबार करने लगे। रायपुर पुलिस ने ड्रग्स कारोबारियों के विरूद्ध अब तक की पहली व सबसे बड़ी कार्रवाई की है। नशे का कारोबार करने वाले कारोबारियों के विरूद्ध रायपुर पुलिस का अभियान लगातार जारी रहेगा।

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