रसूख और समाज सेवा के नाम पर नशा पार्टी, दलाल हो रहे मालामाल
25 से 31 तक आयोजित पार्टी में राजनीतिक दखल से हो रही है पुलिस को कार्रवाई में परेशानी
होटलवाले अंधाधुंध कमाई की दौड़ में युवाओं को झोंक रहे है मौत के मुंह में
होटल मालिकों ने पार्टी के नाम पर युवाओंं से पैसा निकालने का नायाब तरीका निकाला
पोस्टर-बैनर में मॉडलों की फोटो छपवाकर करते है आकर्षित
शहर चला ड्रगलरों-पैडलरों के कंधे में बैठ कर महानगर बनने के रास्ते
पुलिस को देर रात होनी वाली पार्टियों पर पूर्णत: रोक लगाना अति आवश्यक
ज़ाकिर घुरसेना
रायपुर। राजधानी में ड्रग पार्टी अब आम हो गया है, ऐसा लग रहा है इन सब को बढ़ावा दे रहे हैं बिगड़े नवाब और बेरोजगार युवक-युवतियां। एक के पास पैसा अधिक है और दूसरे के पास कोई काम नहीं है। काम मिलने के लालच में बड़े होटल में हो रहे नशा पार्टी के कर्ताधर्ता के गिरफ्त में आ जाते हैं फिर इनका काम शुरू हो जाता है। यह भोले-भाले अन्य युवाओं को अपने जाल में फंसाते हैं और पार्टी के नाम पर इनको ये होटल तक ले जाते हैं रायपुर में अभी अभी देखा जा रहा है कि युवक-युवतियां खुलेआम शराब सिगरेट और गांजे का कश लगाते देखे जा सकते हैं। इस संबंध में होटल वालों का भी कहना है कि कुछ काम तो मार्केट में बने रहने के लिए भी करना पड़ता है। जो बाद में पार्टी का एक हिस्सा बन जाता है जिसके बिना पार्टी नहीं की जा सकती, चूंकि पार्टियों में बड़े रसूखदार होते हैं इसलिए उनकी डिमांड पर भी नशा परोसा जाता है, राजधानी में शनिवार-रविवार और छुट्टियों में अधिकांश होटलों में जो पार्टी का आयोजन हो रहे हैं या होने वाले हैं तथाकथित समाज सेवकों या सेविकाओं के व्दारा आयोजित किए जाते है। साथ ही वे वीआईपी रोड स्थित होटलों के मालिकों से अपनी नजदीकी या रिश्तदारी बताते है। यहीं वजह है कि युवक-युवतियां इनके जाल में फंस जाते है। देखा गया है कि कोरोना काल में आई आर्थिक मंदी से रायपुर ही नहीं पूरा देश प्रभावित हुआ है तो यह होटल व्यवसाई कैसे अछूते रह सकते हैं इसी की भरपाई करने वे इस प्रकार की पार्टी करने तत्काल तैयार हो जाते हैं । क्योंकि वीआईपी रोड की होटलें बेस कीमती जमीन पर बनी है। ऐसी स्थिति में वहां खर्चा निकल पाना भी मुश्किल होता है। उन्हें इस प्रकार की पार्टी का आयोजन करने में कोई संकोच नहीं होता। अधिकतर होटल मालिकों ने शहर के युवाओं के जेब से पैसा निकालने का सुरक्षित और आधुनिक तरीका निकाला है नशा पार्टी। इस प्रकार की पार्टी के ऑर्गेनाइजर भी कोई कम नहीं होते वे भी किसी न किसी संस्था, समाज या राजनीतिक पार्टी से जुड़े होते है या जुड़े होने का फर्जी दावा कर वीआईपी रोड स्थित होटलों के मालिकों से संबंध बताने में कोई कोताही नहीं बरतते। उनके व्दारा इस तरह की पार्टी आयोजित करने से होटल वाले भी मुनाफा तो कमाते है उनके आड़ में आयोजक भी चांदी काट लेते हैं। अभी जितने भी आयोजक है वह किसी न किसी कंपनी का नाम लगाकर फेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और गूगल में खुलेआम नशे की पार्टी का प्रचार करते हैं एवं लड़कियों एवं मॉडलों का फोटो लगाकर युवाओं को आकर्षित कर उन्हें दिग्भ्रमित करते हैं और अपने जाल में फंसा लेते है।
फेसबुक में अपने आप को भारत का सर्वश्रेष्ठ डीजे आर्टिस्ट बताने वाले कलाकारों द्वारा खुला चैलेंज देकर शासन-प्रशासन और मीडिया के व्दारा इन बातों का भरोसा दिलाते हैं कि हमारी पार्टी पूरी तरीके से सुरक्षित पार्टी होगी इसमें किसी प्रकार का कोई डिस्टरबेंस नहीं होगा ना ही पुलिस रेड करेगी । ऐसी बातों में आकर उनके चंगुल में युवक-युवतियां फंस जाते हैं और एक के बाद एक हजारों युवक-युवतियों को जोड़ लेते हैं । इतने शातिर होते हैं कि वह युवाओं को नशा के अलावा लड़की होने की बात कर भरोसे में लेते हैं और कभी-कभी ऐसा होता है कि इनको ब्लैकमेल कर लाखों ऐठ भी लेते हैं । ऐसे फर्जी डीजेबाज नशे के कारोबारियों और ड्रग पैडलरों से संपर्क कर उनको युवाओं से मिलाने में कोई गुरेज नहीं करते। इन ड्रग पैडलरों और स्मगलरों के रिश्तेदार जेल की हवा भी खा चुके है।
पुलिस और प्रशासन को क्या करना चाहिए
- पुलिस को पार्टी में आए सभी वाहनों की डिक्की से लेकर पूरे वाहन की सुगमता से जांच करनी चाहिए
- पार्टी में ड्रग से नशे में आए युवक-युवतियों को पूर्णत: प्रतिबंधित करें
- पेज-थ्री पार्टी पर पूर्णत: कड़ाई से प्रतिबंध लगाना चाहिए
- किसी भी पार्टी के आयोजन को उचित कारण एवं आयोजकों की गारंटी पर ही अनुमति दी जाए
पुलिस के लिए चुनौती- हर पार्टी में बाहर से बुलाई जाने वाली डांसर मॉडल लड़कियां लाने पर प्रतिबंध लगाना आवश्यक
यह कि पुलिस के लिए पार्टियों को नशे से और ड्रग माफियाओं से बचाने का चुनौती पूर्ण कार्य अंजाम देने के लिए पाटी के अंदर अपने खास मुखबिर लगाने पड़ेंगे और इस चुनौती पूर्ण कार्य के लिए बड़े स्तर पर सरकार के निर्देशों को ध्यान रखते हुए लागू कराना और नशे की ड्रग्स पार्टी को रोकना, पेज-थ्री और ओपन पार्टी को कड़ाई से रोकना एक मात्र विकल्प बन सकता है।
तेलीबांधा मॉल में छेड़छाड़, मारपीट, काऊंटर रिपोर्ट
तेलीबांधा स्थित मेग्नेटो मॉल में रात शराब पार्टी में लड़कियों से छेड़छाड़ को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई। नशे में धुत युवक युवतियां छेड़छाड़ करने ेलगे, रोकने पर विवाद बढ़ा और मामला मारपीट तक पहुंच गया। दोनों पक्षों ने जमकर हाथ साफ किए और रिपोर्ट दर्ज कराई है। लेकिन युवतियों की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। पुलिस की माने तो राजनांदगांव निवासी सभ्य साहू रायपुर में होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रहा है, शनिवार को अपने आधा दर्जन मित्रों के साथ मेग्नेटो मॉल के सेकेंड फ्लोर स्थित बार में पार्टी कर रहा है, उसके साथ दो युवतियां भी थी। बार में रायपुर के छोटापारा निवासी आमिर रजा, तौफिक कुरैशी हर्षित जैन और उसके दोस्त भी थे। रात करीब 11.30 बजे आमिर और उसके साथियों ने एक युवती को अपने साथ डांस करने के लिए कहा। मना करने पर उससे मोबाइल नंबर मांगने लगे। इसके बाद अन्य अशोभनीय बातें करने पर सभ्य और उसके दोस्तों ने विरोध किया। तो आमिर और उसके दोस्तों ने गाली-गलौज करते हुए मारपीट शुरू। दोनों पक्ष एक दूसरे पर पिल पड़े। आमिर और उसके दोस्तों ने शराब की बोतलों से मारने लगे। इसके सभ्य और हैप्पी सिंह के सिर पर चोड़ें आई।