डॉक्टरों ने लौटाई खुशियां, अब मुस्कान बयां कर रही नन्हा

छग

Update: 2022-03-09 01:26 GMT
धमतरी। मुस्कुराता, खिलखिलाता मासूम चेहरा किसे नहीं भाता??? और मां बाप के लिए तो बच्चे की मुस्कान, उसकी खुशी और तरक्की ही सब कुछ होती है। मगर वही बच्चा अगर तकलीफ में हो तो उनका परेशान और दुखी होना लाज़मी है। तीन माह के रुद्रांश के माता पिता भी इसी दौर से गुज़र रहे थे जब बच्चे ने मां का दूध पीना बंद कर दिया। कुरूद के सिंधौरीकला से अपने बच्चे को ले वे सीधे धमतरी के एक निजी अस्पताल में डॉक्टर को दिखाने पहुंचे। बच्चे की तकलीफ की वजह से रुद्रांश के पिता पोखराज और माता श्रीमती टोमिन साहू के लिए वह दौर बड़ा कठिन रहा।


कुरूद की चिरायु टीम के चिकित्सक ने बच्चे के स्वास्थ्य परीक्षण में पाया कि उसे सर्दी खांसी के साथ ही सांस लेने में दिक्कत है। बच्चे को ज़िला अस्पताल में रिफर किया गया जहां नन्हा रुद्रांश के जन्म से हृदय रोग से पीड़ित होने की संभावना के मद्देनजर उसका निशुल्क echo जांच के लिए चिरायु दल को रायपुर भेजा गया। जांच में पता चला कि रुद्रांश के दिल में छेद है। उसे TOF (टेट्रोलॉजी ऑफ फैलॉट) नामक इस गंभीर बीमारी से बचाने जल्द ऑपरेशन की जरूरत बताई गई। नन्हे रुद्रांश को भर्ती कर ऑपरेट किया गया। अस्पताल में भर्ती होने के दस दिन बाद 4 जनवरी 2022 को बच्चे का सफल ऑपरेशन किया गया। इसके 6 दिन बाद माता पिता अपने बच्चे के साथ अस्पताल से घर लौट आए। हालांकि 15 दिन के बाद फिर से बच्चे का फॉलो अप चिरायु दल ने किया और पाया कि अब बच्चा स्वस्थ है। "आज रुद्रांश लगभग 2 साल का हो गया है और पूरी तरह स्वस्थ है। यह चमत्कार और वरदान से कम नहीं । इसके लिए चिरायु दल और शासन का साधुवाद जिनकी बदौलत यह खुशियां घर लौटी है। 'रुद्रांश के दिल का ऑपरेशन करा कर हमारे परिवार का दिल जीत लिया चिरायु दल ने' यह कहना है राज मिस्त्री का काम करने वाले उसके पिता पोखराज़ साहू का।

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