खरीफ वर्ष 2024 की समीक्षा एवं रबी वर्ष 2024-25 के कार्यक्रम निर्धारण हेतु संभाग स्तरीय बैठक सम्पन्न

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Update: 2024-10-10 12:46 GMT
Durg. दुर्ग। कृषि उत्पादन आयुक्त शहला निगार ने आज दुर्ग संभाग के सभी कलेक्टर्स एवं विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर कृषि, उद्यानिकी, मछली पालन और पशु चिकित्सा विभाग के विभागीय कार्यों और गतिविधियों की जिलावार समीक्षा की। लोक निर्माण विभाग दुर्ग के सभाकक्ष में आज सुबह 11 बजे से आयोजित बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त ने जिलेवार विभिन्न विभागीय योजनान्तर्गत कार्यों की प्रगति की जानकारी ली और सभी कलेक्टर को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में खरीफ वर्ष 2024 की प्रगति की
समीक्षा
तथा रबी वर्ष 2024-25 की कार्ययोजना और कार्यक्रम निर्धारण पर विस्तृत समीक्षा की गई। कृषि उत्पादन आयुक्त ने कहा कि सभी कलेक्टर धान की परम्परागत खेती से हटकर खेती में विविधता लाने का प्रयास करें और धान के बदले दलहन-तिलहन, मक्का, उद्यानिकी एवं नगदी फसलों की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि पूरे देश में मिलेट की मांग बढ़ रही है और इसे ध्यान में रखते हुए मिलेट उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कार्ययोजना बनाएं। उन्होंने अनुसूचित जनजाति वर्ग के कृषकों को बीज उत्पादन कार्यक्रम से जोड़ने के भी निर्देश दिए। कृषि उत्पादन आयुक्त ने जिलों में विभागीय योजनाओं के तहत कार्यों के प्रगति की भी समीक्षा की। कृषि उत्पादन आयुक्त ने कहा कि पूरे राज्य में बीज की मांग को दृष्टिगत रखते हुए बीज उत्पादन कार्यक्रम पर ज्यादा ध्यान दिया जाएं।

उन्होंने इसके लिए सभी जिलों से कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने सहकारिता समिति गठन के कार्य में तेजी लाते हुए पशुओं को प्रोटीन युक्त खाद्य देने और दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए भी निर्देश दिए। संचालक कृषि ने दुर्ग संभाग में कृषि विभाग के कार्यों की प्रगति की विस्तृत जानकारी दी। कृषि उत्पादन आयुक्त ने मांग के अनुरूप सब्जियों के उत्पादन कार्य में प्रगति लाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री बीमा योजना के तहत किसानों की ऑनलाईन एंट्री और एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीयन कार्य में तेजी लाने को कहा। संचालक पशुपालन ने दुर्ग के ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं के लिए प्रोटीनयुक्त उत्पादों की उपलब्धता को बढ़ाने हेतु कार्ययोजना बनाने पर जोर दिया। इस दौरान उन्होंने
पशुपालन विभाग
से संबंधित योजनाओं की प्रगति की जिलेवार जानकारी दी। संचालक मत्स्य विभाग द्वारा जिलेवार विभागीय प्रगति की जानकारी देते हुए मत्स्य उत्पादन को बढ़ावा देने की आवश्यकता बतायी गई। इसी प्रकार संचालक उद्यानिकी द्वारा सभी जिलों में संचालित कार्यक्रमों व गतिविधियों, उद्यानिकी फसलों के प्रसंस्करण, विपणन और निर्यात की संभावनाओं की जानकारी देने पर कृषि उत्पादन आयुक्त ने उद्यानिकी विभाग के रिक्त पदों की भर्ती किए जाने के निर्देश दिए। इसके अलावा बैठक में धान का रकबा कम करने की रणनीति एवं सुझाव, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, मछली पालन हेतु पट्टा एवं प्रचलित योजनाओं को प्रभावी बनाने पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई। इस अवसर पर आयुक्त दुर्ग संभाग श्री एस.एन. राठौर, कलेक्टर दुर्ग सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, कलेक्टर बालोद श्री इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल, कलेक्टर बेमेतरा श्री रनबीर शर्मा, कलेक्टर मोहला-मानपुर-अंबागढ चौकी श्री एस. जयवर्धन, कलेक्टर खैरागढ़-छुईखदान-गंडई श्री चंद्रकांत वर्मा तथा राजनांदगांव के जिला पंचायत सीईओ सुश्री श्रुति सिंह सहित जिला एवं संभाग स्तर के अधिकारीगण उपस्थित थे।
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