फर्जी जाति बताकर चुनाव जीती जनपद सदस्य रानी भास्कर को हटाया गया, जानें पूरा मामला
छत्तीसगढ़ के मुंगेली में महिला जनपद सदस्य रानी भास्कर के निर्वाचन को कलेक्टर अजीत बसंत ने शून्य कर दिया है।
छत्तीसगढ़ के मुंगेली में महिला जनपद सदस्य रानी भास्कर के निर्वाचन को कलेक्टर अजीत बसंत ने शून्य कर दिया है। उन्होंने फर्जी जाति के जरिए चुनाव लड़ा था। इसके साथ ही जनपद क्षेत्र के वार्ड 18 बरमपुर को रिक्त घोषित कर दिया है। रानी भास्कर इसी वार्ड से चुनकर लोरमी जनपद पंचायत की सदस्य बनी थीं। इसके बाद उन्हें जनपद पंचायत में सहकारिता विभाग में जनपद सभापति के रूप में भी पदस्थ किया गया था।
जानकारी के मुताबिक, लोरमी जनपद पंचायत चुनाव में बरमपुर वार्ड अनुसूचित जाति वर्ग की महिला के लिए आरक्षित था। इससे राजेश्वरी जवाहर दिवाकर, शशि बाई घृतलहरे, रानी भास्कर, सुवरती बांधड़े, माला घृतलहरे, चंद्रिका सोनवानी ने उम्मीदवारी जताई और चुनाव लड़ा। नतीजा आया तो रानी भास्कर को जीत मिली और वह जनपद सदस्य चुनी गईं। इस पर शशि बाई घृतलहरे ने मार्च 2020 में कलेक्टर कोर्ट में चुनावी याचिका दायर की।
निर्वाचन फॉर्म में थी गलतियां, शपथ पत्र दिया था सरपंच का
इसमें आरोप लगाया कि रानी भास्कर मुस्लिम हैं। सरकारी स्कूल के रिकॉर्ड में उनका नाम मुमताज बेगम पिता शेखइशाख दर्ज है। साथ ही यह भी कहा गया कि निर्वाचन पत्र में जाति की जगह सिर्फ अनुसूचित जाति दर्ज है, जबकि किस जाति की हैं, उल्लेख होना चाहिए। वह पढ़ी-लिखी महिला हैं, लेकिन शिक्षा का कॉलम निरंक था। शपथ पत्र में सरपंच पद का उल्लेख है, जबकि निर्वाचन जनपद सदस्य का था। ऐसे में इसे पहले ही निरस्त करना चाहिए था।
नोटिस के बाद भी नहीं आने पर एक पक्षीय फैसला दिया
कलेक्टर कोर्ट ने रानी भास्कर के वकील को उनको हाजिर करने के लिए कहा। इसके बाद भी पूरी सुनवाई के दौरान रानी भास्कर एक दिन भी नहीं आईं। जिसके बाद कलेक्टर कोर्ट ने एक पक्षीय कार्यवाही करते हुए जनपद क्षेत्र क्रमांक 18 बरमपुर से निर्वाचित रानी भास्कर का निर्वाचन शून्य कर करने का आदेश पारित कर दिया । इसके बाद बरमपुर जनपद क्षेत्र रिक्त हो चुका है।