रायपुर। घरघोड़ा में भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान कृषकों, क्षेत्रवासियों और जनप्रतिनिधियों की ओर से जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के शाखा की मांग आई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस पर हामी भरते हुए इसकी स्वीकृति दी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस मौके पर चर्चा करते हुए कहा कि पूर्व में भी भेंट मुलाकात के दौरान सहकारी बैंक के शाखाओं की काफी मांग आई और हमने इसे पूरा किया। शासन द्वारा किसान हितैषी योजनाओं के चलाए जाने पर खेती किसानी फिर से मजबूत हुई है, किसानों के खाते में योजनाओं के माध्यम से मिलने वाली राशि पहुंचने से बैंकिंग शाखाओं के अधिक विस्तार की जरूरत पड़ रही है। बैंक शाखाओं की भारी मांग इस बात को दर्शाती है कि हमारी ग्रामीण अर्थव्यवस्था बेहद गतिशील है। आज स्व सहायता समूह के द्वारा गौठानों में महिलाएं विभिन्न आजीविका मूलक गतिविधियों के माध्यम से आय अर्जित कर रही हैं। लोगों की जेब में पैसा आया है। वे खेती किसानी में निवेश कर रहे हैं।
हम इसे समझते हैं और लोगों की जरूरतों के मुताबिक शाखाओं के विस्तार करने का निर्णय ले रहे हैं। अब जब शाखाएं खुल जाएंगी तो इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था और मजबूत हो जाएगी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि हमारी योजनाएं खेती किसानी के लिए समय-समय पर किसानों को मजबूत करती हैं ताकि वे खेती में बेहतर निवेश कर सकें। इसका परिणाम शहरी अर्थव्यवस्था के लिए भी बेहतर होता है। हमारी सोच है कि छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था मूलतः ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर टिकी है। इसे मजबूत करेंगे तो शहर भी मजबूत होगा। इसका परिणाम दिख रहा है। भेंट मुलाकात में जब बैंक खोलने की मांग आती है तो अपनी नीतियों पर विश्वास मजबूत होता है। जब मुख्यमंत्री ने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शाखा खोलने की घोषणा की तो उपस्थित जन समूह उल्लास से भर गया और मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर रायगढ़ जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, विधायक श्री लालजीत सिंह राठिया, कलेक्टर श्रीमती रानू साहू, पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक मीणा, जनप्रतिनिधि एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।