सूरजपुर। जिला बाल संरक्षण अधिकारी के नेतृत्व में टीम ने गांव पहुंचकर 15 वर्षीय बालिका की शादी रोकवाई। चाईल्ड हेल्प लाईन नम्बर 1098 पर शिकायत मिली कि जिले के गांव में एक 15 वर्षीय लडक़ी का बाल विवाह गुपचुप तरीके से किया जा रहा है। चाईल्ड लाईन समन्वयक ने इसकी सूचना एवं टीम गठन के लिए पत्र जिला बाल संरक्षण अधिकारी को दिया। उम्र के सत्यापन के लिए परियोजना अधिकारी को सूचना दी गई। पर्यवेक्षक द्वारा मौके पर जांच करने पर परिजन, सरपंच ग्राम पंचायत सिंघोरा, पोस्ट पोंड़ी जिला अनूपपुर का प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर दिये और लडक़ी का उम्र 18 से ऊपर है, हम विवाह करेंगे, ऐसा कह कर उन्हें वापस कर दिये। जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल द्वारा उक्त शिकायतकर्ता से मांग कर जानकारी एकत्र की गई। संयुक्त टीम बनाकर जिला कार्यक्रम अधिकारी चन्द्रवेश सिंह सिसोदिया के निर्देश पर जिला बाल संरक्षण अधिकारी के नेतृत्व में टीम गांव पहुंची और वहां संचालित मदरसा के दाखिल खारिज पंजी मांगने पर बताया गया कि बालिका यहां नहीं पढ़ी है। दाखिल खारिज मांग कर परीक्षण करने पर पता चला कि बालिका मदरसा में सन् 2018 में पढ़ाई की है और अभी मात्र 15 वर्ष 9 माह उम्र हो रहा है।
मदरसे से जन्मतिथि संबंधी प्रमाण पत्र लेकर टीम के साथ जिला बाल संरक्षण अधिकारी घर पर पहुंचे, वहां लडक़ी के दादा और गांव के सदर लडक़ी के उम्र को लेकर विवाद करने लगे और विवाह रोकने से मना किये। घर वालों एवं ग्रामीणों को समझाइश दी गई कि बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम सभी पर लागू होता है। बालिका किसी धर्म की हो उसकी सुरक्षा महत्वपूर्ण है। इसलिए यह विवाह नहीं हो सकता, विवाह होने पर बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के अंतर्गत जुर्माना और दण्ड दोनों जिसमें एक लाख रुपये एवं दो वर्ष के सजा का प्रावधान है। इसलिए इस विवाह को अभी रोका जाए, उम्र होने पर बालिका का विवाह किया जा सकता है, बड़े जद्दोजहद के बाद बाल विवाह रोकने को परिजन एवं गांव वाले राजी हुए। इस आशय का पंचनामा, कथन बनाया गया, दादा का शपथ पत्र लिया गया। बाल विवाह रोकवाने में जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, प्रभारी परियोजना अधिकारी एमरेंसिया कुजूर, पर्यवेक्षक धनेश्वरी मराबी, पवन धीवर, चाईल्ड लाईन समन्वयक कार्तिक मजूमदार, टीम मेम्बर शीतल सिंह, नंदनी खटीक, थाना रामानुजनगर से ए.एस.आई. कमल किशोर रामटेके, ग्राम पंचायत सुरता के सरपंच सुरेश सिंह, पूर्व सदर मो. फारुख, वर्तमान सदर अमानउल्लाह खान आरक्षक अमलेश्वर कुमार पैरालिगल वालेंटियर्स रोहित कुमार राजवाड़े, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं ग्रामीण उपस्थित थे।