रायपुर के बैंक में पहली बार डिजिटल ठगी

Update: 2021-07-16 06:03 GMT

मेडिकल इमरजेंसी का झांसा, तीन खातों में ट्रांसफर हो गए 23 लाख

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। रायपुर के सिविल लाइंस स्थित IDBI बैंक में डिजिटल ठगी का मामला सामने आया है। ठग ने खुद को स्टील कारोबारी बताकर बैंक में फोन किया। उसने अस्पताल की इमरजेंसी बताई तो बैंक के स्टाफ ने उसके तीन खातों में 23 लाख 31 हजार 955 रुपए ट्रांसफर कर दिए। यह इस तरह का पहला मामला है। बैंक मैनेजर राजेश प्रसाद ने पुलिस से जांच की मांग की है। ढ्ढष्ठक्चढ्ढ बैंक के सेवा संचालक प्रबंधक रवि शेखर सिंह ने पुलिस को बताया कि उनकी सिविल लाइंस शाखा में मेसर्स बैद स्टील प्राइवेट लिमिटेड का अकाउंट है। इसे मंजू बैद, सोनल बैद, संयम बैद और श्रेयांश बैद ऑपरेट करते हैं। 2 जुलाई को उन्हें 9871364226 नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को संयम बैद बताया। उसने कहा कि एक मेडिकल एमरजेंसी में रुपयों की जरूरत है। रुपए अस्पताल में देने हैं। उसने कहा कि क्रञ्जत्रस् के जरिए पैसे दे दें। ठग ने स्टाफ को भरोसे में लेने के लिए एक डिमांड लेटर भी बैंक को मेल किया। पत्र में किए गए संयम बैद के हस्ताक्षर को खाते में हस्ताक्षर के साथ मिलाकर उसके बताए तीन बैंक अकाउंट्स में रुपए ट्रांसफर कर दिए गए।

तीन खातों में ट्रांसफर किए गए थे रुपए

शिवानी सागर नाम के खाता संख्या 1529000102296591 आईएफएससी क्कहृक्चह्र152900 बैंक पंजाब नेशनल बैंक में 8 लाख 85 हजार 638 रुपए। खेम करण नाम के खाता संख्या 09670100028601 आईएफएससी BARBOHALDWA बैंक ऑफ बडौदा में 9 लाख 52 हजार 689 रुपए। अमेश महतो नाम के खाता संख्या 920010011686804 आईएफएससी UTIB0000067 बैंक एक्सिस बैंक में 4 लाख 93 हजार 628 रुपए।

असली ग्राहक का फोन आने पर ठगी का चला पता

रुपए ट्रांसफर किए जाने के बाद बैंक में मेसर्स बैद स्टील प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक संयम बैद ने उसी दिन कॉल किया। रुपए ट्रांसफर होने की जानकारी मिलने पर उन्होंने कहा कि मैंने कोई मेल नहीं भेजा। ना ही अस्पताल की इमरजेंसी जैसी कोई बात है। संयम बैद बैंक की सिविल लाइंस ब्रांच पहुंच गए। उन्होंने ठग के नंबर पर कॉल किया। हैरानी की बात थी कि असली संयम बैद को ठग ने अपना परिचय संयम बैद के रूप में ही दिया। उसने कहा कि वो बैंक आकर मुलाकात करेगा, मगर कोई नहीं पहुंचा।

ठग के पास पहुंची असली ग्राहक की पर्सनल डिटेल

ठगी का आभास होने पर ब्रांच आफिसर्स ने उन तीन बैंकों से संपर्क किया, जिनके यहां के खातों में ठग ने रुपए ट्रांसफर कराए थे। इन तीनों खातों का सीज करवा दिया गया। इसके बाद ॥ष्ठस्नष्ट बैंक का वह खाता सीज करवा दिया, जिसमें ठग ने तीनों खातों से रुपए ट्रांसफर किए थे। इसमें लगभग 19 लाख 9000 रुपए थे। ठग बाकी रुपए निकला चुका था। बैंक प्रबंधन ने कहा कि ठग के पास बैंक खाते के विवरण, ग्राहकों की पर्सनल डीटेल जैसे मेल आईडी और हस्ताक्षर की जानकारी है।

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