पुलिस की सख्ती के बाद भी मादक पदार्थों के तस्कर हेराफेरी से नहीं आ रहे बाज

Update: 2022-02-05 06:14 GMT
  1. प्रदेश अभी भी बना हुआ है तस्करों का सुरक्षित ठिकाना
  2. प्रदेश के युवाओं को तस्करों ने जकड़ रखा है नागफांस की तरह
  3. हुक्का बार के खिलाफ प्रदेश में जल्द लागू होगा सख्त कानून
  4. रायपुर से देश भर में हो रही गांजा की गुपचुप तरीके से सप्लाई

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। जनता से रिश्ता जनसरोकार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को लेकर लगातार समाज द्रोहियों के खिलाफ समाचार प्रकाशित कर शासन प्रशासन के संज्ञान में ला रहा हैं।

ड्रग के सौदागरों ने युवाओं को जकड़ा

प्रदेश में युवाओं को ड्रग के सौदागरों ने नागफांस की तरह जकड़ लिया है। युवा नशे के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। शहर में हो रहे चैन स्नेचिंग मोबाइल लूट सब इन्ही नशेडिय़ों की कारस्तानी होती है। राजधानी सहित पूरे प्रदेश में ड्रग सप्लायरों का जाल बिछा हुआ है। राजधानी में एक तरफ पुलिस मुस्तैदी से नशे के कारोबार पर रोक लगाने का प्रयास कर रही है लेकिन वही दूसरी तरफ नशे का कारोबार करने वाले लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है। ड्रग्स मामले में पुलिस की इतनी कड़ी कार्रवाई के बाद भी नशे के करोबारी अपने कारोबार को बढ़ाने से बाज नहीं आ रहे है। राजधानी में नशे का कारोबार करने वाले अपराधी अपना शिकंजा कसते जा रहे हैं। जिसके चलते पुलिस के सामने भी ऐसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। ड्रग्स सप्लाई के मामले में रायपुर पुलिस पूरी तरह एक्शन के मूड में है।रायपुर में एक बार फिर ड्रग्स जैसे नशे के सौदागर को पकडऩ़े में पुलिस को सफलता मिली है। लेकिन एक के बाद एक नशे के सौदागर पैदा होते जा रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि जेल से जमानत पर छूटे कुछ आरोपित अब फिर से इस रैकेट को सक्रिय कर रहे हैं, जिसकी जांच में पुलिस जुटी हुई है। फिलहाल पुलिस नशे के सौदागरों के खिलाफ मुहीम छेड़े हुए है और उन पर नजऱ राखी जा रही है। पिछले वर्ष लगातार हुई कार्रवाई के बाद रायपुर में पुलिस ने कुल 20 युवक और युवतियों को गिरफ्तार कर उन पर एनडीपीएस एक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई की थी और उन्हें हवालात पहुंचाया था। इस कार्रवाई में रायपुर, भिलाई, दुर्ग, बिलासपुर सहित माया नगरी मुम्बई तक के सप्लायर को पकडऩे में पुलिस को सफलता मिली थी। साथ ही कई बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया था। जो राजधानी में होने वाली लेट नाईट वीकेंड पार्टी में रईसजादों को इस महंगे नशे की लत लगवाते थे, उन्हें पकड़ा गया था। नशे के लिए इंजेक्शन का भी इस्तेमाल शहर के दवाई दुकानों में एलप्रेक्स ट्राइका, एटीवान, लोराजीपाम, रिवोट्रील क्लोनाजीपाम ऐसी दवाएं हैं, जिनका उपयोग नशे के लिए किया जाने लगा है। इन दवाओं को ज्यादातर नींद न आना, दर्द और तनाव को दूर करने वाले मरीज को दिया जाता है। इतना ही नहीं, शहर के युवाओं द्वारा नशे के लिए फोर्टविन इंजेक्शन का इस्तेमाल करने की बात भी सामने आई है। यह इंजेक्शन डॉक्टर मरीजों का दर्द ठीक करने के लिए उपयोग करते हैं। इस दर्द निवारक इंजेक्शन का उपयोग गलत तरीके से किया जा रहा है। बिना डॉक्टर के लिखे यह दवा किसी को भी उपलब्ध नहीं कराई जा सकती। मगर नशे के लती नकली पर्ची दिखाकर नशे की गोलियां, इंजेक्शन और भी दवाइयां ले लेते है।

छुटभैया नेताओं के साथ मिलकर हिस्ट्रीशीटर चला रहे धंधा

पूरे छत्तीसगढ़ में ड्रग का कारोबार पैर पसार चुका है दिन-ब-दिन नशे का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। हिस्ट्रीशीटरों से जुड़े कई तस्कर खुलेआम कहीं भी गांजे की चिलम जलाते देखे जो सकते हैं, तो कहीं पुडिय़़ां बनाकर बेचते मिल जाएंगे। लोगों की लगातार शिकायतों के बाद पुलिस ने आधी रात तक पीसीआर वैन में घूमती रहती है मगर उसके बाद भी हिस्ट्रीशीटर गिरफ्तार नहीं हो पाते है।

हाई प्रोफइल पार्टियों में पुलिस का शिकंजा कसा

राजधानी की हाईप्रोफाइल पार्टियों में ड्रग्स पार्टी करने वालों पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। लेकिन छुटभैये नेताओ की दखलंदाजी के वजह से पुलिस कुछ पस्त हो जाती क्योकि हाईप्रोफाइल पार्टियों के कर्ताधर्ता या तो छुटभैये नेता होते हैं या आयोजक इन छुटभैये नेताओ के संपर्क में रहते हैं। हालांकि रायपुर पुलिस ने नशे के इस काले धंधे पर वार शुरू कर दिया है। राजधानी में अपराध दिन ब दिन बढ़ते जा रहे है। शहर के युवा नशे की गिरफ्त में है। स्थिति इतनी खराब है कि कम उम्र के नाबालिग बच्चे भी नशा कर रहें है। नशा एक धीमा जहर है। आज की युवा पीढ़ी ड्रग्स, अफीम, ब्राउन शुगर, तंबाकू, चरस, गांजा सहित अन्य नशीले पदार्थो का इस्तेमाल कर रही है। मुंबई में ड्रग्स आपूर्ति की आंच अभी ठंडी नहीं हुई है मगर राजधानी में इसका धुआं उठते दिख रहा है। कोकीन जिसे लोग वाइट पाउडर कहते है इसका खुमार अब युवाओं के सिर पर चढऩे लगा है और ये कोकीन मुंबई से ही यहां लाया जाता है।

नशे के अवैध कारोबारी सक्रिय

राजधानी रायपुर में विभिन्न इलाकों में अभी भी नशे के अवैध कारोबारी सक्रिय हैं। वीआईपी रोड, रायपुरा, चंगोराभाटा,शैलेंदर नगर, देवेंद्र नगर ब्रिज के पास, कालीबाड़ी सुलभ के पास, राजेंद्र नगर, तेलीबांधा, टाटीबंध, गुढिय़ारी नेहरूनगर, गोलबाजार, शास्त्री मार्केट,भाटागांव, नयापारा, पंडरी, मोवा, सड्डू, संजयनगर, संतोषीनगर,बोरिया रोड सहित शहर के अनेक जगहों में नशे के अवैध कारोबारी सक्रिय होकर नशे का सामान युवाओं तक पंहुचा रहे हैं।

11 किलो गांजा पकड़ाया, आरोपी को पुलिस ने भेजा सलाखों के पीछे

प्रदेश में बढ़ रहे अवैध गांजा तस्करी को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन लगातार उच्च स्तर से काम कर रही है। मुंगेली जिले में इसकी अवैध तस्करी रोकने के लिए एसपी डी आर आचला ने निर्देश दिए थे। इसी सिलसिले में पुलिस ने एक आरोपी राजू साहू को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार आरोपी गुरूवार को अपने मोटर साइकिल जिसका वाहन क्रमांक क्र सीजी.28डी.0609 है, से 12 बण्डल गांजे को एक सफेद रंग की बोरी में भरकर बेचने जा रहा था। पुलिसने जांच के दौरान आरोपी से गाडी के दस्तावेजों की मांग की। पुलिसकर्मियों को उस पर संदेह हुआ। जिसके बाद उसकी तलाशी ली गयी जहाँ उसके पास 11 किलो 400 ग्राम गांजा मिला जिसकी कुल कीमत 66 हजार रूपए बतायी जा रही है। आरोपी को गिरफ्तार कर थाने लाकर उसके ऊपर धारा 20(बी) के तहत अपराध क्र. 23/2022 दर्ज कर कार्यवाही की गयी। बता दें जिला अधीक्षक के निर्देश के बाद जिले में लगातार अवैध ववगांजा तस्वकारों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है जिससे अपराधियों में भय का माहौल बना हुआ है।

हाईवे पर चेकिंग के दौरान 7.89 लाख का गांजा और कार जब्त एक तस्कर गिरफ्तार

नेशनल हाईवे- 30 पर चेकिंग के दौरान चिल्फी पुलिस ने गुरुवार रात एक अंतरराज्यीय गांजा तस्कर को गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से 7.89 लाख का गांजा बरामद किया गया है, जिसे जबलपुर (मप्र) में खपाने की तैयारी थी। तस्करी में इस्तेमाल गाड़ी की पिछली सीट के पीछे गुप्त चेंबर में गांजा छिपाया था। पुलिस ने करीब 10 किमी दूर तक पीछा कर गाड़ी को पकड़ा और गांजा बरामद किया।

आरोपी अर्जुन सिंग पिता कोमल सिंग गोड़ (25) बिछिया, जिला दमोह (मप्र) का रहने वाला है। वह टाटा सूमो वाहन क्रमांक- सीजी 07 एमए 1612 में गांजा छिपाकर रायपुर से जबलपुर (मप्र) की ओर जा रहा था। गाड़ी की तलाशी ली, लेकिन कुछ नहीं मिला। फिर कुछ दूर पीछा करने गाड़ी को पकड़े।

पिछली सीट के पीछे गुप्त चेंबर में रखा था 16 पैकेट गांजा : चिल्फी टीआई बृजेश सिन्हा ने बताया कि गाड़ी की पिछली सीट के पीछे गुप्त चेंबर बना था। चेंबर के नट-बोल्ट खोले, तो उसमें से 16 पैकेटों में 26 किलो 330 ग्राम गांजा बरामद हुआ। इसकी कीमत 7.89 लाख रुपए है। तस्कर से 3 मोबाइल जब्त किए हैं। आरोपी को कोर्ट में पेशी के बाद ज्यूडिशियल रिमांड में जेल भेजा गया है।

अब तक 5 करोड़ रुपए से ज्यादा का गांजा व शराब जब्त : चिल्फी पुलिस ने नशे के कारोबारियों के खिलाफ लगाम कसी हुई है। पिछले 3 साल में चिल्फी पुलिस 5 करोड़ से अधिक का गांजा और शराब पकड़ चुकी है। वहीं तस्करी में इस्तेमाल 50 से अधिक वाहन जब्त किए गए हैं।

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