महासमुंद। बसना डिप्टी रेंजर के खिलाफ शिकायत लेकर ग्रामीण महासमुंद कलेक्टर से मिले। उनका आरोप है कि वन भूमि पट्टा आवेदन फार्म में हस्ताक्षर करने, नजरी नक्शा के लिए डिप्टी रेंजर प्रति एकड़ 10 हजार की मांग करते हैं।
आवेदक हेमंत कुमार यादव ग्राम भंवरचुवा-मधुबन वन परिक्षेत्र बसना तहसील महासमुंद का मूल निवासी है। ये कक्ष क्रमांक 332 नया बेलटिकरी 75-80 वर्ष से वन भूमि पर खेती किसानी करते आ रहे हैं जिसमें वन भूमि पट्टा के लिए आवेदन दिया है। इनका आरोप है कि वनरक्षक कीर्तनलाल चौहान नया बेलटिकरी ने जमीन को मशीन से नाप जोख किया है।
उन्होंने 2 माह पूर्व ग्राम पंचायत की प्रस्ताव पर 5 अन्य व्यक्तियों का भी पंचनामा किया और सभी कागजात आवेदन फार्म डिप्टी रेंजर रविलाल निर्मलकर को दिया। इस नापजोख में जमीन का रकबा 1 एकड़ 80 डिसमिल बताया गया और 18 हजार रुपए की मांग की गई। इनका आरोप है कि डिप्टी रेंजर कहते हैं कि हस्ताक्षर और नजरीनक्शा पैसे लेकर बनाउंगा। अगर नहीं दोगे तो आपका कागजात आगे नहीं पढ़ाऊंगा। ग्रामीणों ने बताया कि उक्त अधिकारी गांव वालों से यही कहते हैं कि शासन का कोई भी ऐसा नियम पट्टा संबंधी नहीं है। जब पैसा दोगे तभी आपका कागजात आगे बढ़ेगा। इसकी शिकायत हेमंत कुमार यादव ने सामान्य वन मंडल अधिकारी को भी लिखित रूप से की है।