महाराष्ट्र की सियासत को लेकर उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने दिया बड़ा बयान
छग
रायपुर। महाराष्ट्र की सियासत में रविवार को उस वक्त खलबली मच गई जब अजित पवार ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। अजित पवार एक घंटे के भीतर नेता विपक्ष से डिप्टी सीएम बन गए। राजभवन में अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। साथ ही अजीत के साथ 9 विधायकों ने भी मंत्रीपद की शपथ ली है। इसी बीच छग के नए डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव का भी बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि यह घटना एनसीपी का अंदरूनी मामला है। अजित पवार ना जाते तो बेहतर होता।
एनसीपी नेता अजित पवार महाराष्ट्र की शिंदे सरकार में शामिल हो गए। उन्होंने राज्य के डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। इसको लेकर राजनीतिक जगत से तमाम प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। वहीं छत्तीसगढ़ के डिप्टी CM टी एस सिंहदेव ने कहा है कि अब आगे फैसला जनता करेगी।
टीएस सिंहदेव से जब इसकी वजह पूछी गई तो उन्होंने कहा कि लोगों की कुछ व्यक्तिगत महत्वकांक्षा रहती है। लेकिन अब आगे फैसला मतदाता करेगा। इससे पार्टी को नुकसान तो होगा लेकिन अब इसका फैसला जनता ही करेगी।
वहीं छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा, "महाराष्ट्र में पहले शिवसेना को तोड़ा गया और अब NCP को तोड़ा गया। पहले डबल इंजन की सरकार थी अब ट्रिपल इंजन हो गई। यह सरकार नहीं ऑटो रिक्शा हो गई है, तीन चक्के वाली। मैंने देखा कि शपथ ग्रहण में फडणवीस और पवार दोनों एक तरफ बैठे मुस्कुरा रहे हैं और दूसरी तरफ शिंदे बैठे हैं जिनका चेहरा उतरा हुआ है। आज की घटना आने वाले समय में होने वाले घटनाक्रम का संकेत दे रही है। शरद पवार ने अपने पत्ते अभी नहीं खोले हैं।"
वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि भाजपा केंद्र में बैठकर शक्ति का इस्तेमाल कैसे करती है, ये स्पष्ट हो चुका है। आज महाराष्ट्र में जो तमाशा भाजपा ने बनाया है, वो सत्ता के लिए कुछ भी कर सकती है, किसी का भी घर तोड़ सकती है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमारा उद्देश्य सत्ता नहीं है, जैसे 2019 में सत्ता की लालच में शिवसेना ने महाराष्ट्र की जनता के जनमत को ठुकराया और बाला साहेब ठाकरे के विचार को तोड़ मरोड़ दिया और कुर्सी पर बैठ गए। ऐसी सत्ता की लालच हमें नहीं है। हमारा एजेंडा है कि महाराष्ट्र की जनता को न्याय मिले।