धमतरी। धमतरी में बिजली कटौती और सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलने पर छत्तीसगढ़ किसान यूनियन ने विरोध प्रदर्शन किया. किसानों ने कलेक्टोरेट का घेराव किया. जिला प्रशासन से किसानों ने जल्द से जल्द सिंचाई के लिए पानी छोड़ने और बिजली कटौती को दूर करने की मांग की.
किसानों ने ग्रीष्मकालीन धान की फसल को बचाने के लिए गंगरेल बांध से पानी दिए जाने की मांग की है. गर्मी की दस्तक के साथ ही धमतरी में वाटर लेवल डाउन हो गया है. अगर सही समय पर फसलों की सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलेगा तो धान की फसल बर्बाद हो जाएगी. चूंकि इस वर्ष भारी बारिश के चलते गंगरेल बांध में पर्याप्त पानी भरा हुआ है. इसलिए समय रहते नहर में पानी छोड़ा जाये ताकि फसल बच सके.
किसान नेता लीलाराम साहू ने कहा कि "रेत उत्खनन के चलते नदी किनारे गांवों का जल स्तर नीचे चला गया है. निस्तारी के लिए पानी छोड़े जाने से जल स्तर भी बढ़ सकता है. किसानों ने आगे कहा कि बिजली कटौती एवं लोवोल्टेज की समस्या को दूर किया जाये. 24 घंटे बिजली मिलने से खेतों में धान की फसल को काफी हद तक बचाया जा सकता है.विद्युत विभाग की लापरवाही से लोवोल्टेज की समस्या बनी हुई है. 8 से 10 घंटे तक बिजली कटौती की जा रही है. अगर हमारी मांगें नहीं पूरी हुई तो आने वाले दस दिनों में दोबारा किसान संघ बड़ा आंदोलन करंगे"