जशपुर। जशपुर जिले की पहचान बन चुकी जशपुरिया शाही लीची का स्वाद ऐसा है, जो दूसरे प्रदेशों के व्यापारियों को भी खींच लाता है. इस बार अच्छे उत्पादन से बेहद खुश किसान लीची बेचकर लाखों रुपए कमा रहे हैं. दरअसल, जशपुर जिले में लीची की बड़े पैमाने पर पैदावार होती है. इस वर्ष की बात करें तो लीची के अच्छे-खासे पैदावार से किसान बेहद ही खुश हैं. जशपुर की रसीली लीची की एक अलग पहचान है. जशपुर जिले के कुनकुरी, बगीचा, सन्ना, मनोरा, फरसाबहार, कांसाबेल, पत्थलगांव में अधिक पैमाने में लीची पाए जाते है.
जशपुर में दो प्रकार की लीची की पैदावार की जाती है, जिसमें जशपुरिया शाही लीची और चाइनीज लीची शामिल है. जशपुर की लीची की मांग प्रदेश के बड़े शहरों के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी है. रायपुर से लेकर बिलासपुर, और ओडिशा से लेकर झारखंड तक जशपुर की लीची की मांग रहती है.
सुरेशपुर के किसान धरनीधर सिदार ने बताया की वह अपने बगान में 125 लीची के पेड़ लगाए हैं. इस वर्ष लीची की बपंर पैदावार हुई है, जिसकी वजह से अच्छा-खासा मुनाफा हुआ है. लीची की बढ़ती मांग को देखते हुए वह भविष्य में लीची के और पेड़ लगाए जाने की योजना बना रहा है.