बालोद। गोबर के महत्व को पूर्नस्थापित कर गोबर को पशुपालकों एवं किसानों के आर्थिक सशक्तीकरण का आधार बनाने के लिए राज्य में लागू की गई गोधन न्याय योजना हर दृष्टि से बहुउपयोगी साबित हो रहा है। इस योजना के फलस्वरूप गोबर बिक्री से निरंतर राशि मिलने से जिले के डौण्डी विकासखंण्ड के ग्राम अवारी के पशुपालक ईश्वर राम यादव का जीवन पूरी तरह से संवर गया है। कभी अपने परिवार के भरण पोषण के लिए जद्दोजहद करने वाले ईश्वर राम यादव के लिए आज यह योजना खुशहाल जीवन का आधार बन गया है। पशुपालक ईश्वर यादव गोबर बिक्री से मिलने वाली राशि से अपने पारिवारिक आवश्यकताओं की पूर्ति करने के अलावा शेष राशि से मोटर सायकल भी खरीद ली है। राज्य शासन की इस योजना के फलस्वरूप पशुपालन ईश्वर यादव की मोटर सायकल खरीदी करने की बहुत पुराना सपना भी आज पूरा हो गया है। जो कि राज्य शासन की इस महत्वाकांक्षी योजना का धरातल पर सफलीभूत होने का प्रमाण है।
गोबर बिक्री की राशि से मोटर सायकल की खरीदी करने पर बहुत ही प्रसन्नचित नजर आ रहे है पशुपालक ईश्वर यादव ने बताया कि मै बहुत ही गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाल पशुपालक कृषक हूं। अपनी थोड़ी बहुत जमीन में खेती-किसानीे करके तथा मेहनत मजदूरी और पशुपालन कर अपने परिवार का भरण-पोषण करता हूं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में उनके पास 6 देशी गायें है। जिनका मंै दूध निकाल कर दूध बेचने का कार्य भी करता हूं। लेकिन इस कार्य से मुझे कोई खास आमदनी नहीं हुई। जिसके कारण मुझे आर्थिक कठिनाईयों का भी सामना करना पड़ा। राज्य सरकार के द्वारा गोधन न्याय योजना की शुरूवात करने के पश्चात मै एवं मेरे परिवार ने अपने गायों की गोबर ईकठ्ठा कर अपने गांव अवारी के गोठान में दो रूपये किलो में बेचना शुरू किया। इससे कुछ ही दिनो के पश्चात गोबर की बिक्री से मुझे कुल 48 हजार रुपये की आमदनी प्राप्त हुई। जो मेरे लिए किसी महत्वपूर्ण सौगात से कम नही था। उन्होंने बताया कि मैने कभी कल्पना भी नहीं किया था कि गोबर की बिक्री से वे आसानी से इतनी बड़ी आमदनी प्राप्त कर सकेंगे। ईश्वर राम ने कहा कि उन्होंने कभी सोचा भी नही था कभी गुड़ गोबर से संम्बोधित की जाने वाले गोबर उनके लिए ईतना बड़ा उपयोगी साबित होगा। ईश्वर ने बताया कि गोबर खरीदी से प्राप्त 48 हजार रूपये की राशि को इकठ्ठा कर उन्होंने मोटर सायकल खरीदी है।
ईश्वर राम ने बताया कि गोबर बिक्री से मिले पैसे से खरीदे गए इस मोटर सायकल से वे अब प्रतिदिन दूध बेचने के अलावा अपने घरेलू कार्य एवं अन्य कार्यों को भी आसानी से कर पा रहे हैं। उन्होने कहा कि इस तरह से छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा गोधन न्याय योजना लागू किए जाने से आज गोबर उनके जैसे अनेक पशुपालकों के लिए बहुत ही उपयोगी साबित हो गया है। जो हर दृष्टि से लाभप्रद साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाले छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा गोधन के महत्व एवं उपयोगिता को समझते हुए राज्य में गोधन न्याय योजना की शुरुआत की गई है वह वास्तव में काबिले-तारीफ है। जिसके फलस्वरूप मेरे जैसे गरीब पशुपालक भी गोबर बेचकर मोटर सायकल की खरीदी कर सकता है। उन्होंने कहा इस योजना की शुरुआत कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पशुधन का सम्मान करने के साथ-साथ राज्य के पशु पालकों एवं किसानों के मेहनत का भी उचित सम्मान करने का प्रयास किया है। इससे पशुपालन व्यवसाय को बढ़ावा मिलने के साथ साथ पशुओं का भी समुचित देखभाल सुनिश्चित हो सकेगा। उन्होंने इस महत्वपूर्ण योजना को लागू करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं छ.ग. सरकार को हृदय से धन्यवाद भी ज्ञापित किया है।